अखुरथ संकष्टी चतुर्थी कब है, जानें व्रत रखने के फायदे

Webdunia
गुरुवार, 28 दिसंबर 2023 (10:50 IST)
Akhuratha Chaturthi 2023: पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं। चतुर्थी तिथि भगवान श्री गणेशजी को समर्पित है। अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायकी चतुर्थी कहते हैं और पूर्णिमा के बाद कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस दिन बुद्धि, ज्ञान और धन-वैभव के देवता भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा की जाती है।
 
 
कब है चतुर्थी :-
  1. अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 30 दिसम्बर 2023 शनिवार को।
  2. संकष्टी के दिन चन्द्रोदय- रात्रि 08:36 को।
  3. स्थानीय समयानुसार अलग अलग समय रहता है। 
 
पूजा मुहूर्त- सुबह 08:03 से 09:30 तक
शाम का मुहूर्त- 06:14 से रात 07:46 तक
 
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत रखने के फायदे:
 
खला तिथि व रिक्ता संज्ञक : यह खला तिथि हैं। तिथि 'रिक्ता संज्ञक' कहलाती है। अतः इसमें शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। यदि चतुर्थी गुरुवार को हो तो मृत्युदा होती है और शनिवार की चतुर्थी सिद्धिदा होती है और चतुर्थी के 'रिक्ता' होने का दोष उस विशेष स्थिति में लगभग समाप्त हो जाता है। चतुर्थी तिथि की दिशा नैऋत्य है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

क्या गया जी श्राद्ध से होती है मोक्ष की प्राप्ति !

Budh asta 2024: बुध अस्त, इन राशियों के जातकों के लिए आने वाली है मुसीबत, कर लें ये उपाय

Weekly Horoscope: इस हफ्ते किसे मिलेगा भाग्य का साथ, जानें साप्ताहिक राशिफल (मेष से मीन राशि तक)

श्राद्ध पक्ष कब से प्रारंभ हो रहे हैं और कब है सर्वपितृ अमावस्या?

Shani gochar 2025: शनि के कुंभ राशि से निकलते ही इन 4 राशियों को परेशानियों से मिलेगा छुटकारा

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा 19 सितंबर का दिन, पढ़ें अपना राशिफल

19 सितंबर 2024 : आपका जन्मदिन

Shraddha Paksha 2024: पितृ पक्ष में यदि अनुचित जगह पर श्राद्ध कर्म किया तो उसका नहीं मिलेगा फल

19 सितंबर 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

गुजरात के 10 प्रमुख धार्मिक स्थलों पर जाना न भूलें

अगला लेख