कुंभ मेले के बाद कहां चले जाते हैं नागा साधु? जानिए कैसी होती है नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया

WD Feature Desk
गुरुवार, 9 जनवरी 2025 (08:59 IST)
Mahakumbh 2025: कुंभ मेले के दौरान नागा साधुओं का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इनके लंबे जटाएं, शरीर पर भस्म और गंभीर भावनाएं लोगों को आकर्षित करती हैं। कुंभ मेले में नागा साधुओं की अद्भुत उपस्थिति होती है। मेले में अनिवार्य रूप से नागा साधु बड़ी संख्या में दिखाई देते हैं लेकिन मेले के बाद यह साधु कहीं नजर नहीं आते । मन में जिज्ञासा होती है कि आखिर मेले के बाद ये कहां चले जाते हैं? 
आइए इस आलेख में जानते हैं नागा साधुओं के जीवन और उनकी रहस्यमयी दुनिया के बारे में।

कुंभ मेला और नागा साधु
कुंभ मेला भारत का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है और नागा साधु इसका एक अहम हिस्सा होते हैं। ये साधु शिव भगवान के परम भक्त होते हैं और कठोर तपस्या करते हैं। कुंभ मेले के दौरान ये साधु संगम में स्नान करते हैं और अपनी साधना करते हैं।

कुंभ के बाद कहां जाते हैं?
कुंभ मेले के बाद नागा साधु विभिन्न स्थानों पर चले जाते हैं:
ALSO READ: महाकुंभ में क्या हैं अखाड़े, कुल कितने हैं अखाड़े और किसने की थी इनकी शुरुआत 
नागा साधुओं का जीवन
नागा साधुओं का जीवन बहुत ही साधारण और कठोर होता है। वे भौतिक सुखों से दूर रहते हैं और केवल भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं। वे अत्यंत अनुशासित जीवन जीते हैं और कठोर तपस्या करते हैं।
 
नागा साधुओं का महत्व
नागा साधु हिंदू धर्म की एक महत्वपूर्ण परंपरा का हिस्सा हैं। वे हमें सिखाते हैं कि कैसे हम भौतिक सुखों से ऊपर उठकर आध्यात्मिक विकास कर सकते हैं।
कुंभ मेले के बाद नागा साधु अपने जीवन की ओर वापस लौट जाते हैं। वे एकांत में रहकर कठोर तपस्या करते हैं और भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं। नागा साधुओं का जीवन हमें प्रेरणा देता है कि हम भी अपने जीवन में आध्यात्मिक विकास के लिए प्रयासरत रहें।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण  आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं है करता । किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।


सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Lohri 2025: किस दिन मनाई जाएगी लोहड़ी 13 या 14 जनवरी? जानें सही डेट और महत्व

2025 में कब है पोंगल, जानें 4 दिनों तक क्यों मनाया जाता है यह पर्व?

वर्ष 2025 में लाल किताब के अनुसार शनि, राहु और केतु से बचने के लिए करें 5 अचूक उपाय

मकर संक्रांति पर जरूर करें 3 खास उपाय, सालभर भरी रहेगी तिजोरी

महाकुंभ 2025 में दर्शन का अद्वितीय स्थल: प्रयागराज का पड़िला महादेव मंदिर

सभी देखें

नवीनतम

कुंभ मेले के बाद कहां चले जाते हैं नागा साधु? जानिए कैसी होती है नागा साधुओं की रहस्यमई दुनिया

Prayagraj Mahakumbh : भारतीय रेलवे ने 30 से अधिक प्राथमिक चिकित्सा बूथ स्थापित किए

प्रयागराज कुंभ मेला 1965: इतिहास और विशेषताएं

prayagraj kumbh mela 2025: 16 नहीं 17 श्रृंगार करते हैं नागा साधु, जानिए लिस्ट

कैसे बनती हैं कोई महिला नागा साधु?