सलाम करिए इनको, महाकुंभ में श्रद्धालुओं को बचाने के लिए खुद कुर्बान हो गए SI अंजनी राय

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 30 जनवरी 2025 (20:22 IST)
SI Anjani Kumar Rai died during Mahakumbh duty: प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh 2025) में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के मौके पर मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 लोग घायल हो गए। घायलों में कुछ की हालत गंभीर है। लेकिन, महाकुंभ में कुछ चेहरे ऐसे भी हैं, जिनका काम देखकर श्रद्धा से सिर झुक जाता है। इन्हीं में से एक हैं उत्तर प्रदेश पुलिस के सब-इंस्पेक्टर अंजनी कुमार राय। अंजनी ने भगदड़ में फंसे श्रद्धालुओं को बचाने की कवायद में अपनी ही जान दे दी। गाजीपुर के रहने वाले अंजनी कुमार महाकुंभ में ड्‍यूटी पर तैनात थे। 
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#Mahakumbh क्षेत्र में मची भगदड़ के बीच एसआई अंजनी कुमार राय ने न जाने कितने श्रद्धालुओं की जान बचाई होगी... अपने प्राणों से भी ऊपर अपने कर्तव्य को रखना और पूर्ण निष्ठा से उसका पालन करते हुए, निस्वार्थ एवं निसंकोच भाव के स्वयं को बलिदान कर देना... यह भारत की वीर प्रसुता माटी और… pic.twitter.com/NnfWZbd53r

— Mohan Narayan (@imohannarayan) January 30, 2025 >
अचानक तबीयत बिगड़ी : गाजीपुर के मोहम्मदाबाद के बसुखा निवासी अंजनी कुमार राय प्रयागराज महाकुंभ में थे। मौनी अमावस्या के अवसर पर स्नान स्नान के लिए बेकाबू हुई भीड़ के कारण भगदड़ मच गई थी। इसी दौरान अंजनी ने लोगों को बचाने के लिए आगे आए। इस दौरान कई अन्य पुलिसकर्मी भी पूरी ताकत के साथ लोगों को बचाने में जुटे हुए थे। बताया जा रहा है कि लोगों को बचाने के दौरान ही उप निरीक्षक अंजनी कुमार की तबीयत खराब हो गई और उनकी मौत भी हो गई। इससे पहले अंजनी बहराइच पुलिस लाइन में तैनात थे। बताया जा रहा है कि इस हादसे में यूपी के ही 19 लोगों की मौत हुई है। 
 
उल्लेखनीय है कि मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दिन बुधवार को देशभर यहां तक कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। हर कोई संगम पर स्नान करने के लिए उतावला था। इसी उतावलेपन में भगदड़ मच गई। और 30 लोगों की मौत हो गई। हालांकि आंकड़ा इससे ज्यादा बताया जा रहा है। श्रद्धालु कितनी बड़ी संख्‍या में महाकुंभ पहुंचे इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि प्रयागराज के आसपास के जिलों में लंबे-लंबे जाम लग गए। लोग घंटों जाम में फंसे रहे। इस बीच, उन्हें खाने और पानी के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
 

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