स्वामी अविमुक्तेश्वारनंद ने की गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग, केंद्र को दिया 33 दिन का अल्टीमेटम

महाकुंभ नगर में शंकराचार्य शिविर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि शास्त्रों में उल्लेख है कि गाय के शरीर में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है।

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025 (17:46 IST)
Cow Nesw: ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मंगलवार को देश में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने और गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने पर निर्णय लेने के लिए केंद्र सरकार को 33 दिनों का समय दिया।ALSO READ: महाकुंभ में साधु-संतों के लिए कढ़ी-पकौड़ी का भोज क्यों होता है खास? जानिए इस परंपरा के पीछे का भावनात्मक जुड़ाव
 
माघी पूर्णिमा के अगले दिन 33 दिनों की यात्रा निकालेंगे : यहां शंकराचार्य शिविर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि शास्त्रों में उल्लेख है कि गाय के शरीर में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है। हम पिछले डेढ़ साल से गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए आंदोलन चला रहे हैं। अब हमने निर्णय किया है कि माघी पूर्णिमा के अगले दिन (गुरुवार) से हम 33 दिनों की यात्रा निकालेंगे।ALSO READ: हेमा मालिनी ने महाकुंभ में विपक्ष के दावों को किया खारिज, कहा- वहां सब ठीक है
 
उन्होंने कहा कि यह 33 दिन की यात्रा 17 मार्च को दिल्ली जाकर पूर्ण होगी। केंद्र सरकार के पास निर्णय करने के लिए 33 दिनों का समय है। यदि वह इन 33 दिनों में कोई निर्णय नहीं करती तो हम 17 मार्च को शाम 5 बजे के बाद कोई कड़ा निर्णय करेंगे।
 
गाय को राष्ट्रमाता घोषित किया जाए : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि गाय को पशु की श्रेणी से हटाकर राष्ट्रमाता घोषित किया जाए और गोहत्या को अपराध माना जाए। प्रदेश सरकार स्कूलों के पाठ्यक्रम में गाय को शामिल करने जा रही है। लेकिन वहां भी अगर गाय को पशु बताया जाता है तो इसका क्या लाभ।(भाषा)ALSO READ: CM योगी ने बताया, कौन कर रहा है महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार?
 
Edited by: Ravindra Gupta

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