बड़े नोट लेने के कारण यौनकर्मियों के कामकाज में तेजी

Webdunia
शुक्रवार, 11 नवंबर 2016 (21:30 IST)
कोलकाता। देश में 500, 1,000 रूपए के पुराने नोटों के प्रचलन बंद होने के कारण भले ही छोटे उद्योगपतियों को दिक्कतें आ रही हो, लेकिन दक्षिण एशिया के सबसे बड़े रेड-लाइट इलाके सोनागाछी में कारोबार तेजी से चल रहा है, क्योंकि वहां अभी भी पुराने नोट लिए जा रहे हैं।
यौनकर्मियों के एक संगठन ‘दरबार महिला समन्वय समिति’ की संचालक भारती ने कहा, ‘हमारी लड़कियों से कहा गया है कि वे 500, 1000 रूपए के नोट स्वीकार करें लेकिन वे ग्राहकों से कह रही हैं कि वे इस सप्ताह के बाद नोट स्वीकार नहीं करेंगी। इसलिए ग्राहकों की भारी भीड़ है।’ 
 
उन्होंने कहा, ‘टॉप श्रेणी के यौनकर्मियों को दिक्कतें नहीं आ रही हैं, लेकिन जो सिर्फ 300 या 400 रूपए लेती हैं, उन्हें बहुत दिक्कत हो रही है।’ संगठन का दावा है कि उसके तहत पूरे बंगाल में एक लाख से ज्यादा यौनकर्मी पंजीकृत हैं।
 
ग्राहक पहले पूछ रहे हैं कि क्या वे 500, 1,000 रुपए का नोट ले रही हैं। एक यौनकर्मी रेखा ने कहा, ‘यदि हम ना कहते हैं, तो ग्राहक चला जाएगा। हम नोट ले रहे हैं और दरबार तथा उषा बैंक ने आश्वासन दिया है कि हमारा पैसा बर्बाद नहीं होगा।’ पिछले दो दिनों में यौनकर्मियों से उषा मल्टीपरपस कोऑपरेटिव बैंक में 55 लाख रुपए जमा कराए हैं। (भाषा)

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