लाश जो पिछले 2 सालों से कर रही है अंतिम संस्कार का इंतजार, कारण जानकर चौंक जाएंगे

Webdunia
शनिवार, 5 मार्च 2022 (16:41 IST)
बस्तर में एक ऐसा भी मामला है जब शव पिछले 2 वर्षों से अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहा है। इंसाफ पाने की आस में ग्रामीणों ने शव को 6 फुट के गड्ढे में सफेद कपड़ों से लपेटकर नमक, तेल और जड़ी बूटियों का लेप लगाकर रखा है। 
 
शव को मौसम की मार से बचाने का भी इंतजाम किया गया है। लकड़ी के बत्ते, पॉलिथीन और मिट्टी की मदद से दबाकर रख दिया है। हालांकि अब ग्रामीण का शव काफी हद तक कंकाल में बदल चुका है, लेकिन गांववालों और मृतक ग्रामीण के परिजनों का कहना है कि इंसाफ मिलने तक शव को सुरक्षित रखा जाएगा। 
 
शव दिनांक 19 मार्च वर्ष 2020 का था। गमपुर गांव के जंगलों में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ का दावा किया। गमपुर गांव दंतेवाड़ा जिले का घोर नक्सल प्रभावित इलाके है।
 
सुरक्षाबलों के अनुसार गंगालूर कमेटी के मेडिकल टीम प्रभारी और IED बनाने में पारंगत नक्सली बदरू माड़वी को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है। सुरक्षाबलों के अनुसार बदरू 2 लाख रुपए का इनामी नक्सली था। 
 
बदरू का छोटा भाई सन्नू घटना का चश्मदीद गवाह है। सन्नू का आरोप है उसके भाई को उसके सामने सुरक्षाबलों ने घेर कर मार दिया। घटना के 2 वर्ष गुजरने को हैं मगर गांववालों ने बदरू के शव को श्मशान किनारे पूर्ण रूप से सुरक्षित रखा है। मृतक के सिर से नक्सली होने का दाग हटेगा। परिवारवालों का कहना है कि सुरक्षा बलों ने बदरू को नक्सली बताकर मार डाला।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

भाजपा नेता शाजिया इल्मी पर 25000 का जुर्माना, याचिका में छिपाए थे तथ्य

वक्फ बिल से नीतीश कुमार को लगा झटका, मुस्लिम नेता छोड़ रहे हैं पार्टी

जामनगर से द्वारका, 170 किलोमीटर की पदयात्रा पर अनंत अंबानी

बिहार में है शराबबंदी, फिर भी 9 साल में चली गई 190 लोगों की जान

1000 करोड़ की राजस्व वसूली करने वाले इंदौर नगर निगम की गाड़ियां कुर्क

सभी देखें

नवीनतम

शेयर बाजार में गिरावट को लेकर अखिलेश ने साधा भाजपा सरकार पर निशाना

अमेरिकी सीनेट से पारित हुआ Trump Tariff, विपक्ष ने जताया कड़ा विरोध

पीएम मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने की वार्ता, रक्षा साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए

तीसरी बार समन जारी होने के बावजूद मुंबई पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुए कामरा

पीएम मोदी को श्रीलंका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

अगला लेख