लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इस समय पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा एक निजी स्कूल में लगवाई जा रही श्रीकृष्ण की मूर्ति चर्चा का विषय बनी हुई है और सभी नेता अपने-अपने ढंग से कृष्ण की मूर्ति को लगवाने को लेकर विचार प्रकट कर रहे हैं।
दूसरी ओर इन सबको नजरअंदाज करते हुए एक शादी समारोह में इटावा पहुंचे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सैफई में भगवान कृष्ण की मूर्ति की स्थापना को लेकर कहा कि यह उनकी इच्छा थी कि मूर्ति लगे। आने वाले दिनों में यहां महाभारत के दूसरे पात्र दुर्योधन की मूर्ति भी लगवाई जाएगी, ताकि नई पीढ़ी को इसके बारे में जानकारी मिल सके। कौन नहीं जानता कि भगवान विष्णु का ही रूप भगवान राम और भगवान कृष्ण हैं।
उन्होंने कहा कि हनुमानजी की भी तो स्थापना कराई है, वह क्यों नहीं दिखाते हैं आप लोग। वे यहीं नहीं रुके उन्होंने बगैर नाम लिए कहा कि अब यह दिन आ गए हैं कि गुजरात मॉडल के लोगों को गली-मोहल्लों के चुनाव के लिए लोगों को प्रचार करने जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कौन नहीं चाहता है कि राम राज्य हो आप और हम सब चाहते हैं कि राम राज्य हो, पर क्या विकास को रोकना राम राज्य है।
पुलिस के द्वारा हो रही वसूली राम राज्य है या फिर छोटी सी लड़की के साथ बलात्कार हो जाए यह राम राज्य है। इसकी क्या परिभाषा है, कम से कम हमें यह तो बता दें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गुजरात में समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी, लेकिन हम उन सीटों पर नहीं लड़ेंगे, जहां कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। हम चाहते हैं कि गुजरात की जनता कांग्रेस को मौका दे।