महबूबा के चचेरे भाई पर आतंकी हमला, अंगरक्षक की मौत

सुरेश डुग्गर
जम्मू। आतंकियों ने अनंतनाग जिले के उस इलाके में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के चचेरे भाई मुफ्ती सज्जाद हुसैन के अंगरक्षक पर शुक्रवार को आतंकियों ने हमला कर दिया, जहां अमरनाथ यात्रा के लिए चप्पे-चप्पे पर सैनिक तैनात किए गए हैं।

आतंकियों ने सज्जाद के अंगरक्षक पर उस समय हमला किया जब वह बीजबेहाड़ा बाग मुहल्ला मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए गए हुए थे। वह तो इस हमले में बच गए परंतु मस्जिद के बाहर खड़ा उनका अंगरक्षक इस हमले में शहीद हो गया।

यह हमला दोपहर एक से डेढ़ बजे के बीच हुआ। शहीद पुलिसकर्मी की पहचान फारूक अहमद रेशी के रूप में हुई है। जाते-जाते आतंकी अंगरक्षक की राइफल भी अपने साथ ले गए। सज्जाद हुसैन अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद अमीन के साथ नमाज-ए-जुम्मा अदा करने के लिए स्थानीय मस्जिद में आए थे। पिता-पुत्र दोनों मस्जिद के भीतर नमाज अदा कर रहे थे, जबकि उनका अंगरक्षक फारुक अहमद रेशी मस्जिद के बाहर खड़ा था।

अचानक वहां आतंकी आए और उन्होंने पॉइंट ब्लैंक रेंज से उसे गोली मार दी। गोली लगते ही फारुक जमीन पर गिर पड़ा। आतंकियों ने उसकी राइफल ली और वहां से फरार हो गए। आतंकियों के जाने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित करते हुए घायल अंगरक्षक को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया परंतु डाक्टरों ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया।

याद रहे पिछले रविवार को अनंतनाग जिले के कोकरनाग में आतंकियों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता पर हमला किया था, जिसमें उनका पीएसओ शहीद हो गया था। घटना उस वक्त हुई थी जब नेकां नेता सैयद तौकीर शाह कोकरनाग क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक से लौट रहे थे। हिल्लर इलाके में आतंकियों ने उन पर हमला किया। इसमें वे बाल-बाल बच गए, लेकिन उनका पीएसओ रियाज अहमद गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया था।

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