PM मोदी के केदारनाथ दौरे से पहले रूठे पुरोहितों को मनाने में जुटी BJP

एन. पांडेय
मंगलवार, 2 नवंबर 2021 (17:54 IST)
प्रमुख बिंदु
केदारनाथ। 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे का चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति ने विरोध जताने का ऐलान किया है। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि देवस्थानम बोर्ड को लेकर सरकार तीर्थ पुरोहित समाज का अपमान कर रही है इसलिए 3 नवंबर को केदारनाथ कूच करने की भी योजना है। इसके बाद भी सरकार नहीं चेती तो 5 नवंबर को पीएम के दौरे का विरोध किया जाएगा।
 
इस ऐलान के बाद भाजपा इस विरोध को शांत कर आंदोलनकारियों को समझाने में लग गई है। बीते दिन तीर्थ पुरोहितों ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की केदार एंट्री बैन कर डाली थी। प्रधानमंत्री के केदार दौरे की व्यवस्था देखने आए मंत्री धनसिंह रावत और भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक को भी घेर डाला था।

 
घेराव से मुक्त होने के बाद सोमवार को मदन कौशिक और प्रोटोकॉल मंत्री ने मोदी के दौरे को देखते हुए केदार धाम पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने जिलाध्यक्ष रुद्रप्रयाग सहित जिला कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ भी बैठक कर रैली को लेकर जरूरी निर्देश और जिम्मेदारियां सौपीं, वहीं 12 ज्योतिर्लिंगों में ऑनलाइन व्यवस्था को लेकर भी वार्ता की। कौशिक ने कहा कि मोदी के दौरे को भव्य बनाने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि मोदी के उत्तराखंड के किसी भी धाम पर आने से विश्व में संदेश जाता है और यह उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है।
 
देवस्थानम बोर्ड के सीईओ व गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन मोदी के भ्रमण कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने केदार पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी मनुज गोयल के साथ चर्चा करते हुए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। पीएम मोदी के दौरे के दौरान उनके द्वारा केदारनाथ पुनर्निर्माण के पहले चरण में पूरे हो चुके निर्माण कार्यों का लोकार्पण व दूसरे चरण में लगभग 120 करोड़ की लागत से होने वाले कार्यों का भूमिपूजन व शिलान्यास किया जाना है।
 
दूसरी तरफ केदारनाथ के रक्षक के रूप में पूजे जाने वाले भगवान भैरवनाथ के कपाट मंगलवार को पौराणिक रीति-रिवाजों के साथ शीतकाल के 6 माह के लिए बंद कर दिए गए। केदारनाथ के कपाट बंद होने से पहले जो भी मंगल या शनिवार पहले पड़ता हो, उसमें भैरवनाथ के कपाट बंद होने की परंपरा है। भैरवनाथ को भगवान केदारनाथ के क्षेत्र रक्षक के रूप में पूजा जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र में पवार परिवार की पावर से बनेगी नई सरकार?

हिमाचल के राज्यपाल बोले- धार्मिक स्थलों को पिकनिक स्‍पॉट नहीं समझा जाए

पोस्‍टमार्टम और डीप फ्रीजर में ढाई घंटे रखने के बाद भी चिता पर जिंदा हो गया शख्‍स, राजस्‍थान में कैसे हुआ ये चमत्‍कार

LIVE: दिल्ली में केजरीवाल ने लांच किया रेवड़ी पर चर्चा कैंपेन

महाराष्‍ट्र में किसे मिलेगा VBA का समर्थन, प्रकाश आंबेडकर ने बताया

अगला लेख