देहरादून। कांग्रेस हरक सिंह को पार्टी में शामिल करने को लेकर बुधवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी, उसके बाद उनकी कांग्रेस में ज्वॉइनिंग हो सकेगी। यह बात मंगलवार को देहरादून कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस के उत्तराखंड में पर्यवेक्षक और केंद्रीय महासचिव मोहन प्रकाश ने कही।
भाजपा से निष्कासित पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने आज मंगलवार सुबह कांग्रेस में बात की है और वे जल्द ही अपना निर्णय देंगे। उनके फैसले के आधार पर मैं अपना निर्णय लूंगा। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयान पर अपनी बात रखते हुए कहा कि वे मेरे बड़े भाई हैं। मैं उनसे 1 लाख बार माफी मांग सकता हूं। मैं उत्तराखंड का विकास चाहता हूं।
कहां तो हरक सिंह के बारे में कुछ माह पहले भाजपा में चर्चा थी कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद उनको राज्य में चुनाव की कमान उनको मिलने वाली है और भाजपा उन पर बड़ा दांव खेलने वाली है। कहां अब वे भाजपा से ही बर्खास्त कर दिए गए। साल 2016 में हरीश रावत की सरकार को संकट में डालकर भाजपा में शामिल होने वाले हरक सिंह रावत अब पुन: कांग्रेस वापसी के लिए इच्छुक हैं। वे यह भी कहते हैं कि मैं कांग्रेस में ही जाऊंगा और किसी पार्टी में नहीं जाऊंगा और बिना शामिल हुए भी मैं कांग्रेस के लिए काम करूंगा।
राज्य की 30 सीटों पर अपना प्रभाव बताने वाले हरक सिंह के ऐसे भी दिन आ जाएंगे, इसकी उन्होंने कल्पना नहीं की होगी। हरक सिंह भाजपा में रहते हुए उस डोईवाला सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे थे जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत वर्तमान में विधायक हैं। इसी वजह से त्रिवेंद्र सिंह से उनकी जुबानी जंग तेज हो गई थी। हरक सिंह ने अपने कार्यकाल को निराशाजनक बताकर भाजपा सरकार को असहज कर दिया। उनका कहना था कि सबसे कम काम वे इस सरकार में कर पाए। वन विभाग में जो भी काम किए, वो केंद्र की मदद से कर पाए।