43 साल तक द्रमुक महासचिव रहे के. अनबझगन का निधन, प्रोफेसर के नाम से थे मशहूर

Webdunia
शनिवार, 7 मार्च 2020 (09:54 IST)
चेन्नई। द्रमुक के वरिष्ठ नेता के. अनबझगन का शनिवार को यहां निधन हो गया। वह 97 वर्ष के थे। 9 बार के विधायक रहे अनबझगन 43 वर्षों तक पार्टी के महासचिव रहे। बीमारी के कारण वह कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर थे।
 
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) प्रमुख एम. के. स्टालिन ने कहा कि पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता और दिवंगत नेता एम करुणानिधि के करीबी मित्र अनबझगन उम्र संबंधी बीमारियों के कारण पिछले कुछ वक्त से ठीक नहीं थे और उनकी तबीयत बिगड़ने पर 24 फरवरी को उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
 
स्टालिन ने एक बयान में कहा कि अनबझगन के निधन के कारण पार्टी का झंडा सात दिनों तक आधा झुका रहेगा। उन्होंने बताया कि द्रमुक के सभी कार्यक्रमों को एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया गया।
 
द्रमुक में ‘प्रोफेसर’ के तौर पर पहचाने जाने वाले अनबझगन तमिलनाडु के वित्त मंत्री और लोक कल्याण मंत्री रहे। अनबझगन के पार्थिव शरीर को शहर में स्थित उनके आवास पर ले जाया गया है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर क्यों है भारत? क्या मोदी-ट्रंप की दोस्ती का वक्त पूरा हो गया है?

डोनाल्ड ट्रंप को करना पड़ सकती है PM मोदी से बात, क्यों बोले अमेरिकी विशेषज्ञ

शशि थरूर ने फिर कही कांग्रेस को चुभने वाली बात, डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ को लेकर क्या बोले

देश में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, दूसरे चरण में कितनी होगी बारिश, IMD ने जताया यह अनुमान

मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बरी होने पर रोई उमा भारती, कहा दिग्विजय ने रची भगवा आतंकवाद की झूठी थ्योरी

सभी देखें

नवीनतम

गडकरी की फडणवीस पर चुटकी, बालासाहब को याद किया, नेताओं को दी सच बोलने की नसीहत

किससे है गंगा के ग्रीष्मकालीन प्रवाह का संबंध, IIT रुड़की के रिसर्च में हुआ खुलासा

पंजाब में नशे के खतरों के बारे में पढ़ेंगे स्कूली छात्र

मालेगांव विस्फोट मामले का गवाह 17 साल से लापता, अदालत ने घोषित की 'सिविल मृत्यु'

पूर्व प्रधानमंत्री का पोता बलात्कार मामले में दोषी, कोर्ट में रो पड़ा प्रज्वल, अब सजा का इंतजार

अगला लेख