लखनऊ। देश की भावी पीढ़ी को अच्छी और तंदुरुस्त बनाने के मकसद से लखनऊ विश्वविद्यालय 'गर्भ संस्कार' नाम से एक विशेष पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि महिला अध्ययन संस्थान ने गर्भ संस्कार पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है। यह एक सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम होगा। सर्टिफिकेट कोर्स 3 महीने का जबकि डिप्लोमा कोर्स 6 महीने से 1 साल का होगा। विश्वविद्यालय के आगामी सत्र में इस पाठ्यक्रम को लागू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम का मकसद गर्भवती महिलाओं को यह बताना है कि उन्हें किस तरह से स्वच्छ वातावरण में रहना चाहिए, उन्हें क्या खाना चाहिए, अपना ख्याल कैसे रखना चाहिए? ताकि उनके बच्चा स्वस्थ हो। इससे देश की भावी पीढ़ी को तंदुरुस्त बनाने में मदद मिलेगी।
श्रीवास्तव ने बताया कि क्योंकि यह नया पाठ्यक्रम है और अपनी तरह का पहला पाठ्यक्रम भी है। लिहाजा छात्रों में इसे लेकर खासी उत्सुकता है। चिकित्सा शिक्षा और संगीत के क्षेत्र से जुड़े लोगों को इस पाठ्यक्रम से जोड़ा जाएगा और वह इसकी कक्षाएं लेंगे। उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नजरिये के अनुरूप है।