गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इस महीने हुई 290 बच्चों की मौत

Webdunia
बुधवार, 30 अगस्त 2017 (17:45 IST)
गोरखपुर। गोरखपुर स्थित बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में इस महीने अब तक 290 बच्चों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पिछले रविवार और सोमवार को नवजात सघन चिकित्सा कक्ष (एनआईसीयू) में 26 तथा इंसेफेलाइटिस वार्ड में 11 समेत कुल 37 बच्चों की मृत्यु हुई है।
 
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पीके सिंह ने बताया कि इस वर्ष अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रेन वार्ड में कुल 1250 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस माह 28 अगस्त तक एनआईसीयू में 213 और इंसेफेलाइटिस वार्ड में 77 समेत कुल 290 बच्चे मरे हैं।
 
सिंह का कहना है कि एनआईसीयू में ज्यादा गंभीर हालत वाले बच्चे, जिनमें समय से पहले जन्मे, कम वजन वाले, पीलिया, निमोनिया और संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त बच्चे इलाज के लिए आते हैं, जबकि इंसेफलाइटिस से पीड़ित बच्चे भी ऐन वक्त पर इसी अस्पताल में गंभीर स्थिति में पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि अगर बच्चे समय से इलाज के लिए आएं तो बड़ी संख्या में नवजात बच्चों की मौत रोकी जा सकती है। 
 
अपर स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय से प्राप्त आंकड़े बताते हैं इस वर्ष जनवरी में एनआईसीयू में 143 और इंसेफेलाइटिस वार्ड में 9 बच्चों की मृत्यु हुई। इसी प्रकार फरवरी में क्रमशः 117 तथा 5, मार्च में 141 तथा 18, अप्रैल में 114 तथा 9, मई में 127 तथा 12, जून में 125 तथा 12, जुलाई में 95 एवं 33 और अगस्त माह में 28 तारीख तक 213 तथा 77 बच्चों की मौत हुई है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: प्रशांत विहार में धमाके के बाद रोहिणी के स्कूल को बम की धमकी

संभल मस्जिद सर्वे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का अहम निर्देश, निचली अदालत न ले कोई एक्शन

जयराम रमेश ने बताया, पीएम मोदी की पकौड़ा नॉमिक्स में जनता के लिए क्या है?

क्या सुनियोजित साजिश थी संभल हिंसा, 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग करेगा जांच

महाराष्ट्र में कब होगा नई सरकार का गठन, मुख्यमंत्री चेहरे और मंत्रिमंडल के फॉर्मूले पर फंस गया पेंच?

अगला लेख