कड़े विरोध के कारण ह्यूस्टन इकाई की निर्धारित समय से इतर रथयात्रा की योजना रद्द

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 6 नवंबर 2024 (12:33 IST)
भुवनेश्वर। अमेरिका के ह्यूस्टन (Houston) में निर्धारित समय से इतर रथयात्रा (Rath Yatra) आयोजित करने को लेकर भगवान जगन्नाथ के भक्तों के कड़े विरोध का सामना करने पर इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉनशस्नेस) की भुवनेश्वर इकाई ने मंगलवार को कहा कि संगठन ने वहां 9 नवंबर को प्रस्तावित रथयात्रा रद्द कर दी है।ALSO READ: जगन्नाथ रथयात्रा के बारे में 25 खास बातें जानिए
 
निर्णय भगवान के भक्तों को रास नहीं आया : धार्मिक संस्था ने यहां एक बयान में कहा कि ह्यूस्टन में भक्त रथयात्रा के स्थान पर 'गौर निताई संकीर्तन यात्रा' करेंगे। पुरी के जगन्नाथ मंदिर में जून या जुलाई में होने वाली रथयात्रा की सामान्य परंपरा से हटकर नवंबर में उत्सव मनाने का निर्णय भगवान के भक्तों को रास नहीं आया है।
 
इस्कॉन भुवनेश्वर के उपाध्यक्ष तुकाराम दास ने एक बयान में कहा कि आखिरकार भगवान जगन्नाथ के ओडिया भक्तों की भावनाओं का सम्मान करते हुए ह्यूस्टन रथयात्रा रद्द कर दी गई है। वे गौर निताई संकीर्तन यात्रा का आयोजन करेंगे। हालांकि भारतीय समय के अनुसार रात 9.30 बजे तक इस्कॉन की ह्यूस्टन इकाई की वेबसाइट पर लिखा देखा गया कि वे 9 नवंबर को सुबह 10.30 बजे से अपराह्न 4 बजे सीएसटी (स्थानीय समय) तक 'आनंद का उत्सव-रथयात्रा' आयोजित करेंगे।ALSO READ: रथयात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ होंगे अस्वस्थ, जानिए क्या है परंपरा
 
संपर्क करने पर संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि हो सकता है अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के कारण वेबसाइट ने कार्यक्रम में संशोधन नहीं किया गया है। इससे पहले इस्कॉन ने 3 नवंबर को भगवान जगन्नाथ की 'स्नान यात्रा' आयोजित करने की अपनी योजना रद्द कर दी थी।
 
जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों और कई संगठनों ने विरोध किया था : पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों और कई संगठनों ने नवंबर में रथयात्रा निकालने के इस्कॉन के फैसले का विरोध किया। पुरी के राजा गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब ने मंगलवार को कहा कि इस्कॉन को दुनिया में कहीं भी असमय भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का आयोजन बंद करना होगा। पुरी की प्रथा के अनुसार 'स्नान यात्रा' ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को आयोजित की जाती है, जो आमतौर पर जून में होती है। इसी प्रकार रथयात्रा या रथ उत्सव आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है, जो जून या जुलाई में पड़ता है।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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