आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए आईपीएस सुरेंद्र दास

अवनीश कुमार
रविवार, 9 सितम्बर 2018 (13:48 IST)
कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर में आखिरकार आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र दास मौत से जंग लड़ते-लड़ते हार गए और रविवार दोपहर 12.19 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। डॉ. राजेश अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र दास की मौत की खबर पुलिस महकमे को लगते ही अस्पताल के बाहर सभी पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं।
 
बताते चलें कि आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र दास ने बीते दिनों जहरीला पदार्थ खा लिया था। इसके बाद उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुंबई के डॉक्टर्स की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था। शनिवार को ही उनका ऑपरेशन किया गया था। इसके बाद 8 से 9 घंटे तक इंतजार करने को कहा गया था।
शनिवार को डीजीपी ओपी सिंह भी उनका हाल लेने रीजेंसी अस्तपाल आए थे, लेकिन रीजेंसी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश ने उनके निधन की घोषणा करते हुए बताया कि रविवार सुबह आईपीएस सुरेंद्र दास की हालत बेहद नाजुक हो गई थी। लिवर के साथ ही किडनी भी फेल हो गई थी। हम लोग हरसंभव प्रयास कर रहे थे, लेकिन इसी इलाज के दौरान उनके हार्ट ने काम करना बंद कर दिया था। इसकी जानकारी उनके परिजनों के साथ ही सभी पुलिस अधिकारियों को दे दी गई।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख