rashifal-2026

जाट आंदोलन : हरियाणा के 13 जिलों में मोबाइल-इंटरनेट सेवाएं निलंबित

Webdunia
शनिवार, 25 नवंबर 2017 (14:12 IST)
चंडीगढ़। जाटों की 2 रैलियों और सत्तारूढ़ भाजपा सांसद की 26 नवंबर को होने वाली रैली  के मद्देनजर कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने 13 जिलों में 3  दिन के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
 
जाटों के आरक्षण का विरोध कर रहे भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने जींद में 'समानता  महासम्मेलन' की घोषणा की है जबकि ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय  अध्यक्ष यशपाल मलिक ने उसी दिन रोहतक जिले के जस्सिया में रैली के आयोजन की  घोषणा की है।
 
सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी और प्रभावी हुए आदेश के अनुसार जींद, हांसी,  भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, करनाल, पानीपत, कैथल, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, भिवानी  और चरखी दादरी जिलों के क्षेत्राधिकार में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्कों पर  उपलब्ध कराए जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 26 नवंबर की मध्यरात्रि तक 3 दिन के  लिए निलंबित रहेंगी। यह आदेश अवर मुख्य गृह सचिव एसएस प्रसाद ने शुक्रवार को जारी  किया।
 
आदेश में कहा गया है कि राज्य के जिलों के अधिकार क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक  व्यवस्था में किसी भी व्यवधान से बचने के लिए यह आदेश जारी किया गया है और अगले  3 दिनों के लिए यह आदेश प्रभावी रहेगा। (भाषा)
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

दिल्ली के लोग किस मौसम का मजा लें, PM मोदी के बयान पर बोलीं प्रियंका गांधी

Samsung Galaxy Tab A11 भारत में लॉन्च, AI फीचर्स और दमदार बैटरी के साथ मचा देगा धमाल

kharge vs nadda : जगदीप धनखड़ के जिक्र पर राज्यसभा में बवाल, नड्डा ने खरगे को दे डाली डॉक्टर के पास जाने की सलाह

MSP और कर्जमाफी को लेकर 5 जिलों के हजारों किसानों का हाईवे जाम, आटा-दाल साथ लाए, रूट डायवर्ट, आमजन परेशान

संसद परिसर में कुत्ते पर कलह, रेणुका चौधरी ने कहा- छोटा सा तो है, काटने वाले तो...

सभी देखें

नवीनतम

कौन हैं 19 वर्ष के देवव्रत महेश रेखे जिनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की प्रशंसा

इंदौर आरटीओ में पत्रकारों पर हमले में 2 आरोपी गिरफ्तार, 5 अब भी फरार, पत्रकारों की सुरक्षा पर उठे सवाल

यह SIR नहीं है यह CAA हो रहा है, दिग्विजय सिंह का सरकार पर निशाना

क्‍या है संचार साथी ऐप, कैसे करेगा काम और क्‍या विशेषताएं?

मध्यप्रदेश में SIR में क्या कट जाएंगे 50 लाख वोटर्स के नाम?

अगला लेख