मद्रास उच्च न्यायालय ने रम्मी व पोकर के ऑनलाइन खेल से हटाया प्रतिबंध

Webdunia
मंगलवार, 3 अगस्त 2021 (21:24 IST)
चेन्नई। मद्रास उच्च न्यायालय ने 1930 में पारित तमिलनाडु गेमिंग अधिनियम में हाल में किए गए एक संशोधन को मंगलवार को रद्द कर दिया। इस संशोधन के तहत दांव लगाए जाने के साथ रम्मी और पोकर के ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। मुख्य न्यायाधीश संजीव बनर्जी और न्यायमूर्ति सेंथिलकुमार राममूर्ति की प्रथम पीठ ने जंगली गेम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और अन्य की जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इस साल किए गए संशोधन को रद्द कर दिया।

ALSO READ: IT एक्ट की धारा 66A में दर्ज हो रहे मामले, Supreme Court ने राज्यों से मांगा जवाब
 
पीठ ने टीएन गेमिंग और पुलिस कानून (संशोधन) अधिनियम, 2021 के भाग 2 को असंवैधानिक घोषित किया जिसके तहत साइबर जगत में सट्टेबाजी या दांव लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। पीठ ने कहा कि जिस संशोधन को रद्द किया गया है, उसे कुछ ऐसा माना जाना चाहिए, जो कि तर्कहीन रूप किया गया हो। पीठ ने कहा कि इसलिए, यह अदालत संविधान के उल्लंघन के रूप में संशोधन को पूरी तरह से रद्द कर देती है।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

5वें चरण में 57.40 फीसदी मतदान, बारामूला में टूटा वोटिंग का रिकॉर्ड, जानें कहां कितने प्रतिशत पड़े वोट

वाइस प्रेसिडेंट मुखबेर ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति बने, भारत में 1 दिन का शोक

भीषण गर्मी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सुस्त रही मतदान की रफ्तार, आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग पर उठाए सवाल

AAP की मुश्किलें बढ़ीं, ED की चार्जशीट में खुलासा अमेरिका, ईरान, यूएई जैसे देशों से मिली करोड़ों की फंडिंग

दिग्विजय सिंह का दावा, I.N.D.I.A. गठबंधन को वैसा ही समर्थन मिल रहा, जैसा 1977 में...

अखिलेश यादव का दावा UP से होगा BJP का सफाया, सिर्फ 1 सीट पर ही लड़ाई

Smoke Paan खाने से 12 साल की बच्ची के पेट में छेद, लीकेज होता तो तय थी मौत, क्‍यों इतना खतरनाक है पान

MP: राजगढ़ में निजी बस के पुल से गिरने से 2 की मौत, 40 घायल

बृज भूषण शरण सिंह की बढ़ीं मुश्किलें, दिल्ली की अदालत ने आरोप तय किए

भाजपा का आरोप, स्वाति मालीवाल का चरित्र हनन कर रही है AAP

अगला लेख