तिरुवनंतपुरम। यौन शोषण के आरोपों में घिरे मलंकारा ऑर्थोडोक्स सीरियन चर्च के 2 अन्य पादरियों ने भी सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया। फादर अब्राहम वर्गीस उर्फ सोनी ने तिरुवल्ला की एक अदालत में आत्मसमर्पण किया जबकि फादर जैजे जॉर्ज ने कोल्लम में अपराध शाखा कार्यालय में आत्मसमर्पण किया। उच्चतम न्यायालय ने इन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम जमानत देने से इंकार कर सोमवार को तक आत्मसमर्पण करने को कहा था।
न्यायाधीश एके सिकरी और अशोक भूषण की एक पीठ ने कहा था कि आत्मसमर्पण के बाद दोनों पादरी चाहें तो नियमित जमानत ले सकते हैं। केरल उच्च न्यायालय ने 11 जुलाई को इनकी याचिका खारिज कर दी थी जिसके बाद दोनों ने अंतरिम जमानत हासिल करने के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था।
मामले में आरोपी अन्य 2 पादरियों फादर जॉन मैथ्यू और जॉनसन वी. मैथ्यू पहले ही आत्मसमर्पण कर चुके हैं और उन्हें उच्च न्यायालय से जमानत भी मिल चुकी है। मलंकारा ऑर्थोडोक्स सीरियन चर्च के चार पादरियों पर आरोप है कि उन्होंने 34 वर्षीय एक महिला के कबूलनामे (कन्फेशन) की आड़ में उसका यौन शोषण किया।
पीड़िता के पति ने उनपर महिला को ब्लैकमेल करने और उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। महिला के बयान के आधार पर केरल पुलिस की अपराध शाखा ने 2 जुलाई को मामला दर्ज किया था। (भाषा)