हिंसा के बाद पलामू में स्थिति तनावपूर्ण, धारा 144 लागू; सेना ने किया फ्लैगमार्च- 19 तक इंटरनेट पर पाबंदी

Webdunia
गुरुवार, 16 फ़रवरी 2023 (22:30 IST)
मेदिनीनगर। झारखंड के पलामू जिले के पांकी में सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसे देखते हुए बीती रात्रि और आज दिन में अर्धसैनिक बलों ने फ्लैगमार्च निकाला। इसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं अब 19 फरवरी को सुबह 10 बजे तक स्थगित रखने का फैसला किया गया है।
 
अधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह हुई हिंसा के बाद पूरे पलामू जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश गृह विभाग ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को दिया था लेकिन आज शाम 4 बजे से इंटरनेट बहाल करने की बजाय प्रशासन ने रविवार सुबह दस बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला किया है।
 
इस बीच पुलिस ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर निकलने वाली शिव बारात के लिए तोरण द्वार सजाए जाने को लेकर बुधवार की सुबह पांकी में दो संप्रदायों के बीच हिंसक झड़प हुई।
 
पुलिस ने बताया कि इलाके में तनावपूर्ण स्थिति अब भी बनी हुई है जिसे देखते हुए राज्य के गृह विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने पलामू जिले में अस्थायी तौर पर इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्देश कंपनियों को दिया था। इंटरनेट सेवा 15 फरवरी की शाम 4 बजे से 16 फरवरी की शाम 4 बजे तक बंद रखी गई लेकिन आज इसे 19 फरवरी तक बढ़ाने का फैसला किया गया।
 
पलामू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राजकुमार लाकड़ा ने यहां बताया कि 17 फरवरी को शुक्रवार की नमाज के दौरान मस्जिदों में काफी भीड़ जुटती है। इसके बाद 18 फरवरी को महाशिवरात्रि है और उस दिन शिव की बारात निकलती है। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। दोनों दिन सड़कों पर बड़ी संख्या में भीड़ होने के कारण तनाव बढ़ने की आशंका है जिसे देखते हुए पलामू जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर इंटरनेट सेवा स्थगित करने की समय सीमा बढ़ा दी गई है। पलामू के उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे ने बताया कि रविवार सुबह दस बजे तक इंटरनेट सेवा स्थगित रहेगी।
 
प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई बल एवं अन्य सुरक्षाकर्मियों के साथ बीती रात्रि दो बजे और आज दिन में दस बजे भी शहर के बीच फ्लैग मार्च निकाला।
 
हिंसा के मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें पांकी पश्चिम पंचायत का पूर्व मुखिया नेहल खान भी शामिल है।
 
बुधवार को पलामू में महाशिवरात्रि के लिए तोरणद्वार बनाने के मुद्दे पर दो समुदायों में हिंसा हुई थी जिसके बाद धार्मिक स्थल से पत्थरबाजी कर घर-मकान-दुकान जला दिये गये जिससे क्षेत्र में भारी तनाव व्याप्त हो गया था।
 
पुलिस ने बताया था कि हिंसा में कुल 6 लोग घायल हुए जिनमें पांच पुलिसकर्मी थे। हिंसक भीड़ ने एक मकान, दो बाइक और दो दुकानों को आग के हवाले कर दिया था। इस बीच महानिरीक्षक ने बताया कि घायलों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि घायल अपना इलाज चोरी छिपे करा रहे हैं। Edited By : Sudhir Sharma भाषा

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

stampede : बेंगलुरु में भगदड़ की घटना में 11 की मौत, PM मोदी ने जताया दुख, खरगे बोले- हादसा दुर्भाग्यपूर्ण

क्या आपका 500 रुपए का नोट नकली तो नहीं? इस तरह पहचानें Fake currency

Stampede : चिन्नास्वामी स्टेडियम में अंदर RCB का जश्न, बाहर लोगों की भगदड़, फोटो खिंचवाने में लगे थे कांग्रेस नेता, BJP ने लगाया आरोप

यादव के बेटे तेज प्रताप के 'जयचंद' जिक्र का क्या है मतलब, जानें क्यों गद्दारों को कहा जाता है 'जयचंद'

राहुल गांधी का लंगड़े घोड़े वाला बयान कमलनाथ, दिग्विजय की सियासत से रिटायरमेंट का संकेत?

सभी देखें

नवीनतम

ओडिशा के अस्पताल में भारी लापरवाही, 6 मरीजों की मौत, सरकार ने दिए जांच के आदेश

बेंगलुरु हादसे पर विराट कोहली बोले- मैं टूट गया हूं, मेरे पास कहने को शब्द नहीं हैं...

Dollar Vs Rupee : डॉलर के मुकाबले रुपया टूटा, जानिए कितनी हुई गिरावट...

पंजाब में मादक पदार्थ के खिलाफ अभियान, अब तक 15500 तस्कर गिरफ्तार, 9087 FIR दर्ज

Bengaluru Stampede : 11 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? CM सिद्धारमैया ने कहा- 35000 की क्षमता, इकट्ठा हो गए 2-3 लाख लोग, चश्मदीद ने बताया कैसे मची भगदड़

अगला लेख