समीर वानखेड़े का पलटवार, कहा- मुस्लिम मां और हिन्दू पिता की संतान हूं...

Webdunia
सोमवार, 25 अक्टूबर 2021 (16:52 IST)
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) समीर वानखेड़े के फर्जी जाति प्रमाण-पत्र के मामले में वानखेड़े ने मलिक पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि वे मुस्लिम मां और हिन्दू पिता की संतान हैं। 
 
दरअसल, मलिक ने एक बर्थ सर्टिफिकेट की कॉपी ट्वीट कर परोक्ष रूप से कहा कि समीर वानखेड़े के पिता और मां मुस्लिम थे और उन्होंने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाया है। नवाब मलिक का दावा था कि यह सर्टिफिकेट समीर वानखेड़े का है। 
ALSO READ: मुश्किल में समीर वानखेड़े! लटकी गिरफ्तारी की तलवार, अब NCB करेगी अपने अधिकारी की जांच
जवाब में समीर वानखेड़े ने कहा कि वह एक हिंदू पिता और मुस्लिम मां के बेटे हैं। वानखेड़े ने यह भी कहा कि उन पर लगाए गए आरोप न सिर्फ अपमानजनक हैं बल्कि यह उनके परिवार की निजता पर हमला है। उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप अपमानजनक हैं बल्कि यह उनकी निजता पर हमला है।
 
नवाब मलिक ने एक जन्म प्रमाण पत्र का ट्वीट करते हुए लिखा- 'Sameer Dawood Wankhede का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा।' उल्लेखनीय है कि क्रूज ड्रग्स मामले में आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक एनसीबी के झोनल डायरेक्टर पर लगातार हमले कर रहे हैं। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Marathi row : बिहार आओ, पटक-पटककर मारेंगे, मराठी भाषा विवाद में BJP सांसद निशिकांत दुबे की राज ठाकरे को धमकी

Video : 15 फुट लंबे किंग कोबरा को 6 मिनट में महिला वन अधिकारी ने बचाया, वीडियो देख खड़े हो जाएंगे रोंगटे

Chirag Paswan : बिहार में NDA की परेशानी को क्यों बढ़ा रहे हैं मोदी के 'हनुमान', कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश पर निशाना

Bihar : पूर्णिया में एक ही परिवार के 5 सदस्यों की हत्या, 250 लोगों ने डायन बताकर परिवार को मारा

सऊदी अरब में मृत्युदंड रिकॉर्ड स्तर पर, जानिए कितने लोगों को दी फांसी

सभी देखें

नवीनतम

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हाहाकार, 7 जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा, 225 सड़कें बंद

Chatgpt से भूलकर भी न पूछें ये 10 सवाल, हो जाएग अर्थ का अनर्थ

तमिलनाडु में दर्दनाक हादसा, ट्रेन से टकराई स्कूल बस, 3 छात्रों की मौत

इजराइल के साथ युद्ध में 1060 ईरानियों की मौत

बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश सरकार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी से निपटना भाजपा के लिए चुनौती?

अगला लेख