बेंगलुरु। कर्नाटक में एक स्कूल के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद उसकी प्रधानाचार्य और एक छात्र की मां को सीएए (CAA) तथा एनआरसी (NRC) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खराब छवि पेश करने वाले नाटक के मंचन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने यह कार्रवाई करने से पहले दो महिलाओं, बीदर शहर के जिला मुख्यालय में स्थित शाहीन स्कूल के कुछ कर्मचारियों और छात्रों से गुरुवार को पूछताछ की। पुलिस ने बताया कि उन्हें एक अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मामले की जांच चल रही है।
चौथी, पांचवीं और छठी कक्षा के छात्रों ने 21 जनवरी को नाटक का मंचन किया था। सामाजिक कार्यकर्ता नीलेश रक्षयाल की शिकायत पर स्कूल के खिलाफ पुलिस ने 26 जनवरी को राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया था। सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया यह नाटक वायरल हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ संवाद मूल पटकथा का हिस्सा नहीं था, लेकिन छठी कक्षा के एक छात्र की मां ने अभ्यास के दौरान इसे कथित तौर पर शामिल किया और अध्यापिका ने इसे मंजूरी दे दी थी।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि स्कूल प्रशासन ने संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के संदर्भ में मोदी पर ‘छींटाकशी’ करने वाले नाटक के लिए छात्रों का ‘इस्तेमाल’ किया। रक्षयाल ने आरोप लगाया कि प्रबंधन ने मुस्लिमों में यह ‘डर’ पैदा करने की कोशिश की कि अगर सीएए और एनआरसी लागू किया गया तो उन्हें देश छोड़ना पड़ेगा।