कानपुर के पुलिस ऑफिस में एक ऐसा अजीबो-गरीब वाक्या देखने को मिला, जिसको देखकर ऑफिस में आए फरियादी भी हैरान हो गए। वो अपनी फरियाद को भूलकर किशोरियों की फरियाद को सुनने लगे। पुलिस ऑफिस पहुंचीं 3 किशोरियों के हाथों में तख्तियां थीं, जिसमें 'मुझे मेरी मां से बचा लीजिए, मेरी मां मुझे बेच देगी' लिखा है। वहीं किशोरियों की फरियाद सुनने के बाद पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच पनकी थाना प्रभारी को सौंपी है।
मुझे मेरी मां से बचाओ : कानपुर के पनकी में रहने वाली 3 नाबालिग किशोरियां अपने पिता सुनील प्रजापति के साथ हाथ में तख्तियां लेकर पुलिस ऑफिस पहुंचीं। तीनों किशोरियां पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के सामने अपनी समस्या को लेकर पहुंचीं।
इन तख्तियां में लिखा था, 'मुझे मेरी मां से बचा लीजिए, मेरी मां मुझे बेच देगी। जब पुलिस कमिश्नर ने नाबालिग किशोरियों से उनकी समस्या पूछी तो नाबालिग किशोरियों ने बताया कि साहब मेरी मां सरिता जून 2021 को अपने प्रेमी के साथ कहीं चली गई थी।
जिसकी जानकारी पापा व मामा ने पुलिस को भी दी थी। जिससे नाराज होकर मां ने पापा व मामा पर झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए थे। पुलिस ने पापा व मामा को जेल भी भेजा दिया था। अब लगातार मां पापा पर मकान बेचने का दबाव बना रही है।
मां द्वारा लगातार पापा को जेल में बंद करने की धमकी दी जा रही है। साथ ही हम तीनों बहनों को बेचने की भी धमकी देती है। हमारा पापा के सिवा और कोई नहीं है। अगर मेरे पापा को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेज दिया तो हम तीनों बहनों का क्या होगा।
पुलिस कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश : पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि पनकी में रहने वाली 3 नाबालिग किशोरी प्रार्थना पत्र लेकर कार्यालय आई थीं, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी मां के द्वारा उनको व उनके पिताजी को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। पूरे मामले की जांच करने के निर्देश पनकी थाना इंचार्ज को दिए गए हैं।