Tiger attack on farmer : टाइगर रिजर्व में क्या बाघ और तेंदुए आदमखोर हो रहे हैं। जंगल से मानव बस्तियों के पास आकर इंसान को शिकार बनाने की घटनाओं की खबरें तो इसी तरफ इशारा करती हैं। पीलीभीत के थाना माथोटांडा के गांव रानीगंज में एक आदमी बाघ का निवाला बन गया। खेत में पानी देने गए एक शख्स को बाघ मारकर जंगलों की तरफ एकांत में ले गया और फिर उसे अपना आहार बनाया।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व परिक्षेत्र में इंसान और वन्यजीवों के बीच अक्सर संघर्ष की खबरें आती हैं। लेकिन ताजा घटना बुधवार को सुबह माधोटांडा थाना क्षेत्र के ग्राम रानीगंज की है। किसान राममूर्ति मंगलवार दोपहर को अपने घर से बेटे चंद्रपाल के साथ मथना जप्ती क्षेत्र में अपने खेत पर धान की फसल में पानी देने गए थे।
पानी देने के बाद उनका बेटा घर वापस लौट आया और वह खेत में रूक गए। देर रात्रि तक किसान राममूर्ति घर वापस न आया तो परिजन चितिंत होकर ढूंढने लगे। परिवार और ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि राममूर्ति मिसिंग है, पुलिस ग्रामीणों के साथ जंगल की तरफ गए लेकिन अंधेरे के चलते रात्रि में सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा।
आज सुबह जब ग्रामीण इकट्ठा होकर जंगल की तरफ बढ़े तो उनके होश उड़ गए, क्योंकि बाघ राममूर्ति को जंगल में 500 मीटर अंदर अपने मुंह में दबाकर बैठा हुआ था। शोरगुल सुनकर बाघ राममूर्ति को छोड़कर कहीं छुप गया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने शव को उठने नहीं दिया। वन विभाग के समझाने और उचित मुआवजे के आश्वासन पर राममूर्ति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
बाघ किसान को निवाला बना रहे हैं, वन विभाग के पास कोई ऐसी तकनीक नहीं है कि वह खेतों में आते-जाते किसानों और राहगीरों को वन्यजीव के हमले से बचा सके, जिसके चलते किसानों में रोष है। विगत 29 जून को भी इसी गांव के एक किसान को खेतों में पानी भरते समय बाघ ने आक्रमण करके मार डाला था।
Edited By : Chetan Gour