छत्रपति शिवाजी की जयंती पर साथ आए उद्धव ठाकरे और अजित पवार, दिया संदेश

Webdunia
बुधवार, 19 फ़रवरी 2020 (16:40 IST)
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी की 390वीं जयंती पर कहा कि उनकी सरकार शिवाजी की विरासत आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे के साथ ही वरिष्‍ठ NCP नेता अजित पवार भी उपस्थित थे। दोनों ने कार्यक्रम में एक साथ उपस्थित होकर यह संदेश भी देने का प्रयास किया कि सरकार में सबकुछ ठीक है।
 
ठाकरे ने पुणे के जुन्नार तालुका स्थित शिवनेरी किले में पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित दी और किले के निर्माण के लिए 23 करोड़ रुपए देने की भी घोषणा की। शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था।  ठाकरे ने वहां पालना समारोह में हिस्सा लिया और किले में विकास कार्य का मुआयना भी किया।
 
ठाकरे ने कहा, 'गरीब और जरूरतमंदों को लगता है कि यह उनकी सरकार है। इसलिए इतनी ज्यादा संख्या में लोग शिव जयंती के कार्यक्रम में यहां पहुंचे हैं। हमारी सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।'
 
ठाकरे ने कहा, 'मैं और अजित दादा (पवार) कुछ अच्छा रचनात्मक काम करने के लिए साथ आए हैं और संकल्प लेते हैं कि इसके पूरा ना होने तक शांत नहीं बैठेंगे। ठाकरे ने पवार से कहा कि लंबा सफर तय करने के लिए उन्हें साथ आना चाहिए।'
 
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी के किले और संग्रहालय को संरक्षित करने के लिए हर कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सुनिश्चित करते हैं कि कोष की कोई कमी नहीं आएगी।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख