कानपुर। मंत्रियों की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की जान हमेशा सांसत में रहती है कि कब क्या हो जाए, यह उन्हें भी पता नहीं होता है। सोमवार को भी कुछ ऐसा ही उस समय देखने को मिला जब भाजपा युवा मोर्चा कार्यसमिति की बैठक में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री की फ्लीट में लगे सिपाही की गाड़ी से कैबिनेट मंत्री सतीश महाना की गाड़ी को हल्की सी टक्कर लग गई।
फिर क्या था मंत्री आग बबूला हो गए और मंत्री का गुस्सा देख सार्वजनिक तौर पर सिपाही ने मंत्री के पैर छुए, लेकिन मंत्री का गुस्सा शांत नहीं हुआ और देख लेने की बात कही। भाजयुमो की बैठक में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में उतरा। यहां पर पुलिस ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और मंत्रियों, विधायकों और भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला बैठक के मोतीझील स्थित लिए लाजपत भवन के लिए निकल पड़ा। इसी दौरान मुख्यमंत्री की फ्लीट में शामिल एक गाड़ी कैबिनेट मंत्री सतीश महाना से टकरा गई। जिस पर मंत्री आग बबूला हो गए और अपनी गाड़ी से उतरकर सिपाही अनिल कुमार को सार्वजनिक तौर पर जमकर फटकार लगाई।
मंत्री का मामला होता देख सिपाही ने सार्वजनिक तौर पर मंत्री के पैर छुए, जिस पर अन्य भाजपा नेताओं ने मंत्री से सिपाही को माफ करने का अनुरोध किया। लेकिन, मंत्री का गुस्सा शांत नहीं हुआ और बाद में देख लेने की बात कहकर कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गए। वहीं इस घटना को लेकर सुरक्षाकर्मियों में नाराजगी दिखाई पड़ी।
चालक अनिल कुमार का कहना है कि फ्लीट में गाड़ी को निकालने की वजह से मंत्री जी की गाड़ी से टकरा गई, जिसमे मंत्रीजी की गाड़ी में हल्की खरोंच आ गई, जिसके चलते उनसे माफी भी मांगी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने कहा की मामूली टक्कर लगी है जिसमें कोई मामला नहीं हुआ। कार्रवाई की बात पर बोले कि कोई कार्रवाई नहीं होगी और सिपाही ने जानबूझकर गलती नहीं की है।