देश की राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तरप्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी तक लोग प्रदूषण का कहर झेल रहे हैं। काशी में देवताओं को मास्क पहनाने के बाद अब शिवलिंग को भी मास्क पहना दिया है। हालांकि इस मामले को लेकर ट्विटर पर लोगों ने काफी कटाक्ष किए।
यह मामला गुरुवार का है, जब काशी के तारकेश्वर मंदिर स्थित शिवलिंग को जहरीली हवा से बचाने के लिए मास्क लगाया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक शहर की हवा का स्तर (AQI) 226 तक पहुंच चुका है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक आलोक मिश्रा नामक एक श्रद्धालु ने बताया कि प्रदूषण से बचाने के लिए हमने भोले बाबा को मास्क लगाया है। हमारा विश्वास है कि यदि वे सुरक्षित रहेंगे तो हम भी सुरक्षित रहेंगे।
मंदिर के पुजारी संदीप मिश्रा ने अपनी बात के पक्ष में तर्क दिया कि जिस तरह सर्दी के मौसम में मूर्तियों को गर्म कपड़े पहनाए जाते हैं, गर्मियों एयर कंडीशन लगाए जाते हैं, उसी तरह जहरीली से बचाने के लिए हमने यह उपाय किया है। उन्होंने कहा कि प्रदूषित हवा के कारण शहर के लोगों को बहुत-सी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना पर ट्वीट इसे धर्म का मजाक बताया है। शंकर गोस्वामी ने लिखा भगवान पर विश्वास रखें, उन्हें प्रदूषण से कोई नुकसान नहीं होगा।
एक व्यक्ति ने सवाल उठाते हुए कहा- कहां से आते हैं ऐसे लोग? रिन्मयी नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि भगवानजी इनको माफ करना, इनका दिमाग खराब हो गया है। बस आप अपनी कृपा बनाए रखना।
निवेदिता शंकर ने सलाह दे डाली मंदिर के आसपास पेड़ लगाओ। एक अन्य ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि पहले भगवान इंसानों की रक्षा करते थे। अब इंसान भगवान की रक्षा करने लगे हैं, जबकि एक अन्य ने लिखा कि यह तो अति है। (Photo courtesy: ANI)