फादर्स डे पर खूबसूरत कविता : पिता

संजय वर्मा 'दृष्ट‍ि'
पिता मील का पत्थर,
जो सचाई की राह बताते।
 
पिता पहाड़, 
जो जिंदगी के उतार-चढ़ाव समझाते।
 
पिता जौहरी,
जो शिक्षा के हीरे तराशते।
 
पिता दीवार,
जो अपने पर भ्रूणहत्या पाप लिखवाते।
 
पिता पिंजरा,
जो रिश्तों को जीवनभर पालते।
 
पिता भगवान,
जो पत्थर तराश पूजे जाते।
 
पिता सूरज,
जो देते यादों के उजाले।
 
पिता हाथ,
जो देते सदा शुभ आशीष
 
पिता दुआएं,
जो बिन उनके अब साथ मेरे।
 
पिता आंसू,
जो अब मेरी आंखों में हैं बसे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

कुत्तों के सिर्फ चाटने से हो सकती है ये गंभीर बीमारी, पेट लवर्स भूलकर भी न करें ये गलती

कब ली गई थी भारत के नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर? जानें इतिहास

सावन में इस रंग के कपड़े पहनने की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार

किस मुस्लिम देश से भारत आए हैं समोसा और जलेबी, जिनके लिए तम्बाकू और सिगरेट की तरह लिखना होगी चेतावनी

सभी देखें

नवीनतम

20 मजेदार वेडिंग एनिवर्सरी विशेज, शादी की सालगिरह पर इस फनी अंदाज में दें दोस्तों को शुभकामनाएं

बाम या आयोडेक्स से नशा जैसा क्यों होता है? जानिए इसके पीछे की साइंटिफिक सच्चाई

क्या 32 बार खाना चबाने से घटता है वजन? जानिए क्या है माइंडफुल ईटिंग

बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए करें ये 5 योगासन, नेचुरल तरीके से पाएं लंबे और घने बाल

क्यों ब्लड डोनेट करते हैं आर्मी के डॉग्स, जानिए किस काम आता है ये खून

अगला लेख