Mangala gauri vrat : मंगला गौरी व्रत क्यों करते हैं, जानिए फायदे

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Sawan Mangla Gauri Vrat : श्रावण/सावन मास के हर मंगलवार को शिव जी को प्रिय माता पार्वती के पूजन के लिए प्रसिद्ध मंगला गौरी व्रत रखे जा रहे हैं। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार हर साल सावन मास में पड़ने वाले सभी मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। श्रावण मास की तरह ही इस मंगला गौरी व्रत का महत्व माना गया है। यह व्रत माता पार्वती यानी गौरी को प्रसन्न करने लिए किया जाता है। यह सुख-सौभाग्य से जुड़ा होने के कारण इसे विवाहित महिलाएं करती हैं। 
 
आइए जानते हैं मंगला गौरी व्रत करने के फायदे के बारे में : Sawan Mangla Gauri Vrat Ke Fayde 
 
- मंगला गौरी व्रत-उपवास करने से महिलाओं को अखंड सुहाग की प्राप्ति होती है।
 
- मंगला गौरी व्रत शादी-विवाह में आने वाली बाधाएं दूर करके मनचाहा एवं योग्य जीवनसाथी का साथ दिलाता है।
 
- यह व्रत संतान को सुखी जीवन देने वाला माना गया है।
 
- कुंडली में मंगल दोष हो तो मंगलवार के दिन मंगला गौरी के साथ बजरंगबली के चरणों से सिंदूर लेकर माथे पर टीका लगाने से मंगल दोष दूर होता है।
 
- इस व्रत के दिन गौरी पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि, खुशहाली आती है एवं धन-धान्य बढ़ता है।
 
- यह व्रत पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन को सुखी तथा इनके रिश्तों को बेहतर बनाता है।
 
- यदि कुंडली में मंगल खराब हो तो मंगलवार के दिन मित्रों तथा बंधुओं को मिठाई खिलाने से मंगल शुभ फल देता है।
 
- श्रावण मास तथा गौरी व्रत के दिन मंत्र- ॐ गौरीशंकराय नमः का जाप करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है।

- नियमानुसार मंगला गौरी व्रत करने से वैवाहिक सुख में बढ़ोतरी होकर पुत्र-पौत्रादि भी सुखपूर्वक जीवन जीते हैं।
 
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