Biodata Maker

तिल संकटा चौथ पर कौन सा प्रसाद चढ़ाएं श्रीगणेश को, जानें तिल का महत्व और भोग की विधि

WD Feature Desk
गुरुवार, 16 जनवरी 2025 (16:10 IST)
Chaturthi January 2025: संकटा चौथ के दिन यानि माघ कृष्ण चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश को तिल के लड्डू, मोदक आदि भोग लगाकर पूजा जाती है। मान्यता है कि भगवान गणेश सभी विघ्नों को दूर करते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। आइए जानते हैं यहां संकष्टी/तिल संकटा चौथ के बारे में...ALSO READ: साल 2025 में कब-कब पड़ेगी चतुर्थी ति‍थि, जानें पूरे साल की लिस्ट
 
तिल का धार्मिक और पौराणिक महत्व : कई धार्मिक ग्रंथों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि तिल को बहुत पवित्र माना जाता है। तथा तिल में कई औषधीय गुण होते हैं। जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। आपको बता दें कि भगवान श्री गणेश को तिल बहुत प्रिय है। इसलिए संकटा चौथ के दिन तिल के बने व्यंजन भगवान को अर्पित किए जाते हैं।
 
संकटा चौथ का महत्व : संकटा चौथ का त्योहार भगवान गणेश की पूजा और तिल के महत्व को दर्शाता है। इस दिन गणेश जी को तिल के लड्डू, मोदक आदि भोग लगाकर पूजा की जाती है। संकटा चौथ का व्रत माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखती हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं और घर में सुख-शांति आती है। यह त्योहार परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर मनाया जाता है।ALSO READ: chaturthi bhog 2025: चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को लगाएं यह खास भोग, अभी नोट करें
संकटा चौथ में कौनसे भोग लगाए जाते हैं?
 
1. संकटा चौथ का सबसे लोकप्रिय भोग तिल के लड्डू है और इसे गुड़ और घी के साथ बनाया जाता है।
 
2. इसके अलावा मोदक भी भगवान गणेश का प्रिय भोग है, इसे चावल के आटे, नारियल और गुड़ से बनाया जाता है।
 
3. साथ ही फल जैसे- केला, सेब, अंगूर आदि भी भगवान गणेश को अर्पित किए जाते हैं। तथा मिठाइयों में बर्फी, पेड़ा आदि भोग में शामिल कर सकती हैं। भगवान गणेश को दूध को भी अर्पित किया जाता है।
 
भोग लगाने की विधि : 
 
* सबसे पहले भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को स्नान कराकर साफ कपड़े से पोंछ लें।
* फिर उन्हें सिंदूर, रोली और चंदन लगाएं।
* इसके बाद उन्हें पुष्प माला पहनाएं और धूप-दीप दिखाएं।
* फिर तिल के लड्डू, मोदक और अन्य भोग भगवान गणेश को अर्पित करें।
* आरती करें और भगवान गणेश से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने को कहें।ALSO READ: चतुर्थी या चौथ से जुड़ी कुछ पौराणिक कथा कहानियां

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Mangal gochar: मंगल का धनु में गोचर, 5 राशियों के लिए शुरू होगा शानदार समय

Dhanu sankranti 2025: धनु संक्रांति कब है, क्या है इसका महत्व, पूजा विधि और कथा?

Guru gochar 2025: बृस्पपति का मिथुन में प्रवेश, 12 राशियों का दो लाइन में भविष्यफल

Weekly Numerology Horoscope: साप्ताहिक अंक राशिफल: 08 से 14 दिसंबर 2025 तक, क्या कहते हैं आपके मूलांक के सितारे?

2026 Horoscope: 100 साल बाद मकर राशि में महासंयोग: 2026 में 5 राशियां होंगी मालामाल

सभी देखें

धर्म संसार

12 December Birthday: आपको 12 दिसंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 12 दिसंबर, 2025: शुक्रवार का पंचांग और शुभ समय

धनु संक्रांति के दिन करें ये 5 कार्य, मिलेगा संकटों से मुक्ति का आशीर्वाद

Saphala Ekadashi Katha: सफला एकादशी व्रत, समस्त पापों से मुक्ति दिलाने वाली कथा

Surya Gochar: सूर्य का धनु राशि में प्रवेश, जानिए 12 राशियों का राशिफल, क्या होगा भविष्यफल

अगला लेख