भगवान शिव का जल से क्या है संबंध, जानिए 10 रोचक बातें

अनिरुद्ध जोशी
हिन्दू धर्म में भगवान शिव को सर्वोच्च देवता माना जाता है। रुद्र रूप में उनकी महिमा का वर्णन वेदों में भी मिलता है और पुराणों में भी। आओ जानते हैं कि भगवान शिवजी का जल से क्यों है खास संबंध, जानिए 10 रोचक बातें।
 
 
1. यह बड़े अश्चर्य वाली बात है कि विष्णुजी जल में निवास करते हैं और जलाभिषेक शिवजी का होता है। दरअसल शिवजी जमे हुआ जल वाले स्थान पर रहते हैं। जमे हुए अर्थात बर्फ वाले स्थान कैलाश पर निवास करते हैं जहां कैलाश मानसरोवर भी है।
 
2. शिवलिंग के 3 हिस्से होते हैं। पहला हिस्सा जो नीचे चारों ओर भूमिगत रहता है। मध्य भाग में आठों ओर एक समान पीतल बैठक बनी होती है। अंत में इसका शीर्ष भाग, जो कि अंडाकार होता है जिसकी कि पूजा की जाती है। इस शिवलिंग की ऊंचाई संपूर्ण मंडल या परिधि की एक तिहाई होती है। ये 3 भाग ब्रह्मा (नीचे), विष्णु (मध्य) और शिव (शीर्ष) के प्रतीक हैं। शीर्ष पर जल डाला जाता है, जो नीचे बैठक से बहते हुए बनाए गए एक मार्ग से निकल जाता है। संपूर्ण ब्रह्मांड उसी तरह है जिस तरह कि शिवलिंग का रूप है जिसमें जलाधारी और ऊपर से गिरता पानी है। 
 
3. शिवजी का खास माह श्रावण का माह है जो कि बारिश का महीना होता है। इस पूरे माह बारिश होती रहती है। 
 
4. शिवजी के कई ऐसे मंदिर है जहां के शिवलिंग जल में ही डूबे रहते हैं या शिवलिंग के उपर झरने का पानी गिरता रहता है।
 
5. अमरनाथ में बर्फ का जो शिवलिंग निर्मिन होता है वह एक एक बूंद जल टपकने के कारण ही निर्मित होता है।
 
6. शिवजी के मस्तक पर गंगा और चंद्र विराजित है जो कि जल से ही संबंधित हैं। 
 
7. समुद्र मंथन के दौरान निकले हलाहल अर्थात कालकूट नामक विष को पीने के कारण शिवजी के शरीर में गर्मी बढ़ गई थी और उनका मस्तक गर्म हो गया था। मान्यता है कि विष का प्रभाव कम करने के लिए ही शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाता है। 
 
8. कई मंदिरों में शिवलिंग के ऊपर कलश भी लगा होता है, जिससे लगातार 24 घंटे जल की बूंदें गिरती रहती हैं। इसलिए जल से ही उनका अभिषेक करने से उत्तम फल मिलता है।
 
9. जब बारिश नहीं होती है तो कई जगहों पर शिवलिंग को जल में डूबो दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि ऐसे करने से बारिश प्रारंभ हो जाती है।
 
10. शिव पुराण के अनुसार जल ही शिव है और शिव ही जल है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

मार्गशीर्ष अमावस्या पर पितरों को करें तर्पण, करें स्नान और दान मिलेगी पापों से मुक्ति

जानिए क्या है एकलिंगजी मंदिर का इतिहास, महाराणा प्रताप के आराध्य देवता हैं श्री एकलिंगजी महाराज

Saturn dhaiya 2025 वर्ष 2025 में किस राशि पर रहेगी शनि की ढय्या और कौन होगा इससे मुक्त

Yearly Horoscope 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों का संपूर्ण भविष्‍यफल, जानें एक क्लिक पर

Family Life rashifal 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों की गृहस्थी का हाल, जानिए उपाय के साथ

सभी देखें

धर्म संसार

कुतुब मीनार या ध्रुव स्तंभ, क्या कहते हैं मुस्लिम एवं हिंदू पक्ष और इतिहासकार की नजर में ये क्या है?

Margshirsha Amavasya 2024: मार्गशीर्ष अमावस्या पर आजमाएं ये 5 उपाय, ग्रह दोष से मिलेगा छुटकारा और बढ़ेगी समृद्धि

संभल में जामा मस्जिद या हरिहर मंदिर? जानिए क्या है संपूर्ण इतिहास और सबूत

जानिए किस सेलिब्रिटी ने पहना है कौन-सा रत्न और क्या है उनका प्रभाव

Aaj Ka Rashifal: ईश्वर की कृपा से आज इन 5 राशियों को मिलेगा व्यापार में लाभ, पढ़ें 29 नवंबर का राशिफल

अगला लेख