अमृत सरोवर में वर्षभर भरा रहता है शुद्ध जल, जानिए 5 खास बातें

अनिरुद्ध जोशी
भारत में सैंकड़ों सरोवर हैं जिनमें से तो कुछ लुप्त हो गए हैं। 'सरोवर' का अर्थ तालाब, कुंड या ताल नहीं होता। सरोवर को आप झील कह सकते हैं। श्री नगर, जम्मू, नैनीताल, जयपुर, उदयपुर और भोपाल आदि जगहो पर आपने झीलें देखी होगी। यह बहुत ही शानदार होती है। इन सैंकड़ों झीलों में से कुछ का धार्मिक महत्व भी है जैसे मानसरोवर (तिब्बत), पुष्कर सरोवार (राजस्थान), पंपा सरोवार (कर्नाटक), नारायण सरोवर (कर्नाटक), बिंदु सरोवार (गुजरात), लोणार सरोवर (महाराष्‍ट्र), कपिल सरोवर (राजस्थान), कुसुम सरोवर (उत्तर प्रदेश), नल सरोवर (गुजरात), कृष्ण सरोवर, राम सरोवर, शुद्ध सरोवर आदि अनेक सरोवर हैं जिनका पुराणों में उल्लेख मिलता है। आओ जानते है अमृत सरोवर के बारे में।
 
अमृत सरोवर (कर्नाटक) : 
 
अमृत सरोवार अर्थात अमरत्व प्रदान करने वाला सरोवर। अमृत सरोवर नाम से कई सरोवार है जैसे राजस्थान के मारवाड़ में और पंजाब के अमृतसर में। दोनों ही सरोवर बहुत ही महत्व के हैं। परंतु हम बात कर रहे हैं कर्नाटक के अमृत सरोवार की। 
 
1. कर्नाटक के नंदी हिल्स पर स्थित पर्यटकों को नंदी हिल्‍स की सैर के दौरान अमृत सरोवर की यात्रा की सलाह दी जाती है जिसका विकास बारहमासी झरने से हुआ है। इसी कारण इसे 'अमृत का तालाब' या 'अमृत की झील' भी कहा जाता है। 
 
2. अमृत सरोवर एक खूबसूरत जलस्रोत है, जो इस इलाके का सबसे सुंदर स्‍थल है। 
 
3. अमृत सरोवर सालभर पानी से भरा रहता है। यह स्‍थान रात के दौरान पानी से भरा और चांद की रोशनी में बेहद सुंदर दिखता है। 
 
4. योगी नंदीदेश्‍वर मंदिर, चबूतरा और श्री उर्ग नरसिम्‍हा मंदिर यहां के कुछ प्रमुख आकर्षणों में से एक है, जो अमृत सरोवर के पास स्थित हैं।
 
5. पर्यटक, बेंगलुरु के रास्‍ते से अमृत सरोवर तक आसानी से पहुंच सकते हैं, जो 58 किमी की दूरी पर स्थित है। 

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