एक दिन हिन्दुत्व के आगे सभी को झुकना होगा, जानिए किसने कहा ये...

अनिरुद्ध जोशी
हिन्दू धर्म का अध्ययन करने के बाद ही यह धर्म क्या है इसके बारे में जाना जा सकता है। इसका अध्ययन करने के लिए आपको वेद, उपनिषद और गीता को पढ़ना चाहिए। जब तक इन्हें पढ़कर अच्छे से समझा नहीं तब तक आपको हिन्दू धर्म मूर्ति पूजकों, लाखों देवी-देवताओं और अजीबोगरीब परंपराओं को मानने वाले का धर्म ही नजर आएगा। आपको इसकी बहुत सी बातें अतार्किक ही लगेगी। लेकिन यदि आपको जानने है कि हिन्दू धर्म क्या है तो आप मात्र उपनिषद ही पढ़ और समझ लें।
 
जिन्होंने भी इस धर्म का गहराई से अध्ययन किया वह जानते हैं कि जो दिखाई देने वाला धर्म है वह असल धर्म से बिल्कुल अलग है और सही मायने में यही एकमात्र ऐसा धर्म है जिसे की धर्म कहा जा सकता है। खैर..
 
फ्रांस के नोबल पुरस्कार विजेता दार्शनिक रोमां रोला ने विश्व में हिन्दू धर्म को सर्वश्रेष्ठ माना है। 
 
उन्होंने लिखा, 'मैंने यूरोप और मध्य एशिया के सभी मतों का अध्ययन किया है, परंतु मुझे उन सब में हिन्दू धर्म ही सर्वश्रेष्ठ दिखाई देता है...मेरा विश्वास है कि इसके सामने एक दिन समस्त जगत को झुकना पड़ेगा। पृथ्वी पर केवल एक स्थान है जहां के जीवित व्यक्तियों ने प्राचीन काल में अपने स्वप्नों को साकार किया, वह है भारत।- (प्रोफेट्स ऑफ द न्यू इंडिया, प्रील्यूड, पृ. 51)
 
यहां झुकने का अर्थ हिंसा या धर्मांतरण के बल पर नहीं, बल्कि सच्चे ज्ञान के आगे झुकने की बात है। सत्य, अहिंसा, प्रेम, स्वतंत्रता और मोक्ष ही धर्म का सच्चा मार्ग होता है। असल में धर्म के यही आधार होना चाहिये। हिन्दू धर्म में व्यक्ति की निजता का सम्मान किया जाता है। वहां किसी भी प्रकार का सामाजिक दबाव नहीं बल्कि स्वयं की खोज पर बल दिया जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

इस मंदिर में है रहस्यमयी शिवलिंग, दिन में तीन बार बदलता है रंग, वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए हैं रहस्य

कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं शनि, इन 5 राशि वाले जातकों की बढ़ेंगी मुश्किलें

क्या होगा अरविंद केजरीवाल का राजनैतिक भविष्य? क्या कहते हैं उनकी कुंडली के सितारे?

होली पर चंद्र ग्रहण से किन 3 राशियों पर होगा इसका नकारात्मक प्रभाव?

महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें, रह जाएंगे भोलेनाथ की कृपा से वंचित

सभी देखें

धर्म संसार

18 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

18 फरवरी 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि पर रात्रि के 4 प्रहर की पूजा का सही समय और पूजन विधि

महाशिवरात्रि पर जानिए शिवजी के 12 ज्योतिर्लिंग के 12 रहस्य

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि और शिवरात्रि में क्या है अंतर?

अगला लेख