Sawan 2023 : कैसे करें पार्थिव शिवलिंग पूजन?

Webdunia
मंगलवार, 4 जुलाई 2023 (12:41 IST)
सावन माह 2023 : श्रावण माह में व्यक्ति को पार्थिव शिवलिंग, बिबर मिट्टी के शिवलिंग, स्वयंभू शिवलिंग, पुराणलिंग, मनुष्‍यलिंग या परद शिवलिंग की पूजा करना चाहिए। इसमें भी आमजन को पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने का विधान है। आओ जानते हैं कि कैसे करते हैं पार्थिव शिवलिंग की पूजा।
 
पार्थिव शिवलिंग पूजा विधि- Parthiv shivling puja vidhi:-
  1. मिट्टी के शिवलिंग बनाकर उसे किसी शुद्ध पात्र में या पाट पर स्थापित करें।
  2. इसके बाद धूप और दीप प्रज्वलित करके कर्पर जलाएं।
  3. अब उस शिवलिंग पर थोड़ा सा जल अर्पित करें।
  4. इसके बाद पंचामृत यानी दूध, दही, घी, शहद और शक्कर मिलाकर अर्पित करें।
  5. अब पुन: थोड़ा सा जल अर्पित करें।
  6. इसके बाद गुलाल, अबीर, भस्म, सफेद चंदन, रुद्राक्ष, फूल, फल, प्रसाद आदि अर्पित करें।
  7. इसके बाद अंत में शिवजी की आरती उतारें। आरती के बाद प्रसाद वितरण करें।
  8. इसके बाद किसी गरीब को भोजन कराएं और अंत में खुद खाएं।
क्या है पार्थिव शिवलिंग : 
 
पार्थिव शिवलिंग पूजा का महत्व :
  1. पार्थिव पूजन से सभी प्रकार के भय दूर हो जाते हैं।
  2. इस शिवलिंग की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है
  3. पार्थिव पूजन से सभी तरह के दु:ख दूर होकर मनोकामना पूर्ण होती है। 
  4. शिव महापुराण अनुसार पार्थिव पूजन से धन, धान्य, आरोग्य और पुत्र की प्राप्ति होती है।
  5. कलयुग में मोक्ष की प्राप्ति और व्यक्ति की मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पार्थिव पूजन सबसे उत्तम बताया गया है।
  6. कहते हैं कि कलिकाल में कूष्मांडा ऋषि ने इस पार्थिव शिवलिंग का पूजन प्रारंभ करवाया था। 
  7. जो भी व्यक्ति मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पार्थिव शिवलिंग पूजन रुद्राभिषेक करता है, भगवान उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण करते हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

अगस्त्य तारे को अर्घ्य देने का क्या है महत्व?

अमरनाथ की गुफा किसने खोजी और किसने शुरू की थी यात्रा, जानिए पौराणिक प्राचीन इतिहास

दही के इन आसान उपायों से मजबूत होता है शुक्र ग्रह: जानें कमजोर शुक्र के लक्षण और निवारण

वैशाख मास का महत्व और इस माह के अचूक 5 उपाय

बड़ी खबर: जगन्नाथ मंदिर के ध्वज को ले उड़ा गरुड़, अनहोनी की आशंका

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: दैनिक राशिफल 19 अप्रैल, आज का भाग्य आपके साथ है या नहीं? पढ़ें 12 राशियां

19 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

19 अप्रैल 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

50 साल बाद सूर्य गोचर से बना शुभ चतुर्ग्रही योग, 3 राशियों के पलट जाएंगे किस्मत के सितारे

लाल किताब के अनुसार किस्मत का ताला खोलने के क्या है अचूक उपाय

अगला लेख