टोक्यो पैरालंपिक में अपना पहला मैच हारकर भी भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी और पैरालंपियन भाविनाबेन पटेल ने सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया। टोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने महिला एकल क्लास 4 वर्ग में भारत का पहला पदक पक्का कर दिया है।
भाविनाबेन पटेल ने क्वार्टरफाइनल के मुकाबले में विश्व की पांचवी वरीयता प्राप्त सर्बिया की खिलाड़ी बोरिस्लावा पेरिच रांकोविच को 18 मिनट तक चले मुकाबले में 11-5 11-6 11-7 से हरा दिया।
सेमीफाइनल में उनका मुकाबला चीन की खिलाड़ी झांग मियाओ से शनिवार को होगा। ओलंपिक की तरह टोक्यो पैरालंपिक में टेबल टेनिस मैचों में कांस्य पदक के लिए प्ले-ऑफ मैच नहीं खेले जाएंगे और सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि तीसरे और चौथे वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने वाले खिलाड़ी व्हीलचेयर पर होते हैं। तीसरे वर्ग के खिलाड़ियों के पास पोजीशन को लेकर कोई नियंत्रण नहीं होता, जबकि चौथी श्रेणी में प्रतियोगियों के पास पूरी तरह कार्यात्मक बाजुओं और हाथों के साथ अधिक पोजीशन नियंत्रण होता है।
आज पहुंची थी क्वार्टरफाइनल में
भाविनाबेन पटेल पैरालंपिक के अंतिम-8 में पहुंचने वाली भारत की पहली टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गईं थी जिन्होंने टोक्यो खेलों में महिला एकल क्लास 4 वर्ग में ब्राजील की जॉयस डि ओलिवियरा को मात दी थी। भारत की 34 वर्षीय पटेल ने अंतिम-16 मुकाबले में 12-10, 13-11, 11-6 से जीत दर्ज की थी।
इससे पहले वह ग्रेट ब्रिटेन की मेगन शेकलटन को 3-1 से हराकर महिला एकल वर्ग चार टेबल टेनिस स्पर्धा के 16वें राउंड में पहुंच गईं थी।
34 वर्षीय भाविनाबेन ने 41 मिनट तक चले इस कड़े मुकाबले में शेकलटन को 11-7, 9-11, 17-15, 13-11 से हराया था। वहीं अपने पहले मैच में भाविनाबेन को महिला वर्ग के चौथे डिवीजन में दुनिया की नंबर एक पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी चीन की झोउ यिंग से 3-11, 9-11, 2-11 से सीधे सेटों में हार मिली थी।
पहला मैच सीधे सेटों से हारने के बाद पटेल के पदक तक का यह सफर वाकई काबिले तारीफ है। गुजरात राज्य की भाविना पटेल और सोनलबेन पटेल दोनों हिला युगल स्पर्धा में भी जोड़ी के रूप में भाग लेंगी। (वेबदुनिया डेस्क)