नई दिल्ली:हॉकी इंडिया ने बहुप्रतीक्षित एफआईएच महिला जूनियर विश्व कप 2021 के लिए गुरुवार को 20 सदस्यीय भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम के खिलाड़ियों के नामों की घोषणा की। टीम का कप्तान सलीमा टेटे को बनाया गया है।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में होने वाले टूर्नामेंट को ओमिक्रॉन-खतरे के कारण 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। यह प्रतियोगिता अब 1 अप्रैल 2022 को दक्षिण अफ्रीका के पोचेफस्ट्रूम में शुरू होने वाली है। भारत को जर्मनी, मलेशिया और वेल्स के साथ पूल डी में रखा गया है। भारतीय टीम की कप्तानी सलीमा टेटे और उप कप्तान इशिका चौधरी करेंगी।
टीम इंडिया अपने अभियान की शुरुआत दो अप्रैल 2022 को वेल्स जूनियर महिला के खिलाफ करेगी। उसके बाद तीन अप्रैल 2022 को जर्मन जूनियर टीम के खिलाफ भारत का मैच होगा और आखिरी ग्रुप-स्टेज मैच में टीम पांच अप्रैल 2022 को मलेशिया के साथ भिड़ेगी।
टूर्नामेंट का क्वार्टर फाइनल आठ अप्रैल 2022 को होगा, जबकि सेमीफाइनल 10 अप्रैल 2022 और फाइनल 12 अप्रैल 2022 को खेला जाएगा।
20 सदस्यीय टीम में गोलकीपर बिचु देवी खरीबाम शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में जर्मनी के खिलाफ एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैचों में सीनियर इंडिया टीम में पदार्पण किया था। उनके अलावा खुशबू को भी टीम में जगह दी गई है।
डिफेंडरों में मरीना लालरामनघाकी, प्रीति, प्रियंका, इशिका चौधरी और अक्षता अबसो देखाले शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में भुवनेश्वर में आयोजित एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैचों में जर्मनी के खिलाफ सीनियर इंडिया टीम में पदार्पण किया था।
रीत, अजमीना कुजूर, बलजीत कौर, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, सलीमा टेटे, शर्मिला देवी, लालरेम्सियामी मिडफील्ड संभालेंगे।
गौरतलब है कि सलीमा टेटे, शर्मिला देवी, लालरेम्सियामी तीनों टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय महिला टीम का हिस्सा थीं। इसके अलावा फॉरवर्डलाइन पर लालरिंदिकी, जीवन किशोरी टोप्पो, मुमताज खान, ब्यूटी डुंगडुंग, दीपिका और संगीता होंगी।
टीम के बारे में कोच जेनेक स्कोपमैन ने कहा कि लंबे समय के इंतजार के बाद हमारी जूनियर प्लेयर विश्वकप का अनुभव लेने के लिए तैयार हैं। खिलाड़ियों का चयन करना काफी मुश्किल था, सभी ने पिछले कुछ महीनों में काफी प्रगति दिखाई है, जो कि बेहद अच्छा है।
स्कोपमैन ने कहा, "कुछ खिलाडि़यों ने हाल ही में प्रो लीग में सीनियर टीम के लिए पर्दापण किया। मुझे लगता है कि इसका अनुभव उन पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। टीम में कौशल और प्रतिभा का बेजोड़ मिश्रण है। मैं अंडर 21 की सर्वश्रेष्ठ टीमों के साथ उनको खेलते हुए देखने के लिए उत्साहित हूं। "
भारतीय जूनियर महिला टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2013 विश्वकप में देखने को मिला था, जहां भारतीय टीम ने कांस्य पदक हासिल किया था।(वार्ता)