सुशील कुमार के प्रबल प्रतिद्वंद्वी जितेन्द्र 74 किग्रा में स्वर्ण से एक कदम दूर

Webdunia
रविवार, 23 फ़रवरी 2020 (18:13 IST)
नई दिल्ली। 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के 74 किग्रा वर्ग के प्रबल प्रतिद्वंद्वी जितेंद्र ने यहां इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव कुश्ती हॉल में सीनियर एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता के अंतिम दिन रविवार को स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रवेश कर लिया है।
      
जितेंद्र अब स्वर्ण पदक से एक कदम दूर रह गए हैं और उनके ओलंपिक ट्रायल टूर्नामेंट में उतरने की संभावना मजबूत हो गई है। जितेंद्र को पिछले वर्ष विश्व चैंपियनशिप के लिए हुए ट्रायल में सुशील से हार का सामना करना पड़ा था। सुशील विश्व चैंपियनशिप के पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे।
 
सुशील चोट के कारण एशियाई चैंपियनशिप के ट्रायल में नहीं उतरे थे और जितेंद्र के फाइनल में पहुंचने से सुशील की संभावनाएं धूमिल  हो गई हैं। प्रतियोगिता के अंतिम दिन पुरुष फ्रीस्टाइल वर्ग में 61, 74, 86, 92 और 125 किग्रा वर्ग के मुकाबले हुए, जिसमें केवल जितेंद्र ही फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहे।
 
राहुल अवारे 57 किग्रा में कांस्य पदक के लिए उतरेंगे जबकि विश्व चैंपियनशिप के रजत विजेता और ओलम्पिक कोटा हासिल कर चुके दीपक पुनिया 86 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक के लिए खेलेंगे। अन्य 2 वजन वर्गों में 92 में सोमवीर को और 125 किग्रा में सतेंदर को हार का सामना करना पड़ा।
 
जितेंद्र ने क्वालीफिकेशन में थाईलैंड के परिनिया चमनांजन को 10-0 से, क्वार्टर फाइनल में ईरान के मुस्तफा हुसैनखैनी को 2-2 से और सेमीफाइनल में मंगोलिया के सुमियाबजर जंदानबद को 2-1 से पराजित किया। जितेंद्र का फाइनल में कजाकिस्तान के दानियार कैसानोव  से मुकाबला होगा।
 
61 किग्रा में राहुल अवारे सेमीफाइनल में किर्गिजिस्तान के उलूकबेक झोलदोवशबेकोव से 3-5 से पराजित हो गए और अब कांस्य पदक के लिए उनका मुकाबला ईरान के माजिद दस्तान से होगा।

दीपक को 86 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जापान के शुतारो यामादा ने 4-1 से हराया और अब कांस्य पदक के लिए दीपक इराक के अब्दुलसलाम अल ओबैदी से भिड़ेंगे।
 
92 किग्रा में सोमवीर क्वार्टर फाइनल में उजबेकिस्तान के अजीनियाज सपारनियाजोव से 0-10 से हार गए जबकि 125 किग्रा में सतेंदर को ताजिकिस्तान के फर्खोद अनाकुलोव ने रेपेचेज में 12-1 से हरा दिया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख