कॉन्वे के जाने के बाद, फाइनल में फ़िलिप्स नहीं सिफर्ट करेंगे कीपिंग, बनाते हैं तेजी से रन

Webdunia
रविवार, 14 नवंबर 2021 (12:41 IST)
दुबई: न्यूज़ीलैंड को सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जीत दिलाने में कई मैच विनर का अहम योगदान रहा। टिम साउदी ने जहां टेस्ट की लाइन और लेंथ से इंग्लिश बल्लेबाज़ों को बांधे रखा, तो एडम मिल्न ने जॉनी बेयरस्टो का मिड ऑफ़ पर शानदार कैच लपका। लेकिन न्यूज़ीलैंड को पहली बार टी20 विश्वकप के फ़ाइनल में पहुंचाने में एक बड़ा किरदार रहा जेम्स नीशम की अंतिम समय में आतिशी पारी और डैरिल मिचेल की सूझ बूझ वाली बल्लेबाज़ी का।

न्यूज़ीलैंड के प्रमुख कोच गैरी स्टेड ने ख़ासतौर से अबू धाबी में विपरित परिस्थितियों में अपनी टीम के जुझारूपन और हार न मानने वाली जज़्बे की जमकर तारीफ़ की। स्टेड ने कहा,'मुझे लगता है कि सबसे अहम था हमारा हार न मानने वाला जज़्बा और आख़िरी दम तक लड़ना। जिमी नीशम ने जो पारी खेली वह बेहद लाजवाब थी, उसी ने हमें मैच में वापस लाया। मिचेल ने भी अंत तक खड़े रहते हुए हमारी जीत सुनिश्चित कर दी, और ये देखना बेहद सुखद था।"

सेमीफ़ाइनल में कॉन्वे ने भी एक असरदार पारी खेली थी, उन्होंने 38 गेंदों पर 46 रन बनाए थे। जब शुरुआती झटकों के बाद उन्होंने पारी को संवारा और एक नीव रखी था। हालांकि कॉन्वे अब चोट की वजह से टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं और उनकी जगह बेंच पर बैठे टिम सिफर्ट ले सकते हैं।

कॉनवे ने मौजूदा टी-20 विश्व कप में छह मैच खेले हैं और 108.40 के स्ट्राइक रेट से 129 रन बनाए थे।दरअसल कॉनवे ने सेमीफाइनल मैच के दौरान आउट होने के बाद अपने हाथ से बल्ले पर प्रहार किया था, जिसके बाद वह दर्द महसूस कर रहे थे और स्कैन कराए जाने पर उनके दाएं हाथ की पांचवीं उंगली में फ्रेक्चर की पुष्टि हुई थी।
टॉस होगा बेहद अहम

दुबई में टॉस भी बेहद अहम किरदार निभाता है, जहां अब तक 12 में से 11 बार चेज़ करती हुई टीमों को जीत मिली है। इस मैदान पर टी20 विश्वकप 2021 में सिर्फ़ एक मुक़ाबला डिफ़ेंड करने वाली टीम ने जीता था, और वह भी दिन के मैच में न्यूज़ीलैंड ने ही स्कॉटलैंड को हराया था।

स्टेड ने कहा,"असल में टॉस बड़ा दिलचस्प हो सकता है, हालांकि अबू धाबी में खेले गए पिछले तीन मैच और आज (गुरुवार की रात) दुबई में भी ओस न के बराबर थी। सभी लोग ओस को लेकर बात कर रहे हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से ये उतना फ़र्क पैदा नहीं कर रही। लिहाज़ा मुझे लगता है कि अगर हम पहले भी बल्लेबाज़ी करते हैं और स्कोर बोर्ड पर एक बड़ा स्कोर खड़ा कर देते हैं तो फिर फ़ाइनल में ये सामने वाली टीम पर दबाव बना सकता है। हालांकि मैं ये मानता हूं कि अगर टॉस हमारे पक्ष में गया तो फिर 50% मैच भी हमारी ओर झुक सकता है। लेकिन ज़रूरी नहीं कि आप टॉस जीत जाएं, इसलिए हमें दोनों ही चीज़ों के लिए तैयार रहना होगा।"

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