हरियाली तीज 2020 : श्रावणी शुक्ल तीज की 5 खास बातें व्रत के पहले जान लें

अनिरुद्ध जोशी
बुधवार, 22 जुलाई 2020 (06:07 IST)
श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज कहा जाता है जो उत्तर भारत का एक प्रमुख त्योहार है। इसे श्रावणी तीज भी कहते हैं। आओ जानते हैं इसके बारे में पांच खास बातें।
 
 
1. श्रावण माह में प्रकृति में हरियाली छाई रहती है। चारों तरफ हरियाली होने के कारण इसे हरियाली तीज कहते हैं। इस दिन सुबह उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर मन 'उमामहेश्वरसायुज्य सिद्धये हरितालिका व्रतमहं करिष्ये' मंत्र का जाप करने के बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है।
 
2. हरियाली तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तीज को आती है जबकि भाद्रपद कृष्ण तीज को कजली तीज और भाद्रपद शुक्ल तीज को हरितालिका तीज का व्रत रखा जाता है। हरितालिका तीज 21 अगस्त को है।
 
3. हरियाली तीज का उत्सव प्रमुख रूप से महिलाओं के लिए होता है। इस मौके पर महिलाएं झूला झूलती हैं, गाती हैं और खुशियां मनाती हैं जबकि सुहागन स्त्रियां इस दिन व्रत रखती हैं।
 
4. आस्था, सौंदर्य और प्रेम का यह त्योहार भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन की याद में मनाया जाता है।
 
5. हरियाली तीज 23 जुलाई 2020 को शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि गुरुवार को मनाया जाएगा। तृतीया तिथि प्रारंभ - 19:21 बजे (22 जुलाई 2020 ) से तृतीया तिथि समाप्त - 17:02 बजे (23 जुलाई 2020 ) तक रहेगी।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

मार्गशीर्ष अमावस्या पर पितरों को करें तर्पण, करें स्नान और दान मिलेगी पापों से मुक्ति

जानिए क्या है एकलिंगजी मंदिर का इतिहास, महाराणा प्रताप के आराध्य देवता हैं श्री एकलिंगजी महाराज

Saturn dhaiya 2025 वर्ष 2025 में किस राशि पर रहेगी शनि की ढय्या और कौन होगा इससे मुक्त

Yearly Horoscope 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों का संपूर्ण भविष्‍यफल, जानें एक क्लिक पर

Family Life rashifal 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों की गृहस्थी का हाल, जानिए उपाय के साथ

सभी देखें

धर्म संसार

30 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

30 नवंबर 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

मेष राशि पर 2025 में लगेगी साढ़ेसाती, 30 साल के बाद होगा सबसे बड़ा बदलाव

property muhurat 2025: वर्ष 2025 में संपत्ति क्रय और विक्रय के शुभ मुहूर्त

ताजमहल या तेजोमहालय, क्या कहते हैं दोनों पक्ष, क्या है इसके शिव मंदिर होने के सबूत?

अगला लेख