पिछले कुछ दिनों में भाला फेंक इस देश का सबसे लोकप्रिय खेल बन गया है। नीरज चोपड़ा टोक्यो से मेडल लेकर आए और लेकिन भाला फेंक स्पर्धा में दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया ने पिछले महीने अपना ही रिकॉर्ड टोक्यो पैरालंपिक के क्वालिफाय राउंड में तोड़ दिया था उनकी चर्चा भी नहीं हुई।
गौरतलब है कि एथेंस में साल 2004 और रियो ओलंपिक साल 2016 में वह भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत जुके थे। आज उन्होंने अपना ही 63.97 मीटर का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने आज जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में टोक्यो पैरलांपिक के क्वालिफिकेशन के दौरान 65.71 मीटर तक भाला फेंका।
उन्होंने जुलाई की शुरुआत में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी। झांझरिया ने लिखा, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम दिल्ली में आज क्वालिफ़ाई प्रतियोगिता में पुराने 63.97 मीटर अपने ही विश्व कीर्तिमान को तोड़ नया कीर्तिमान 65.71 बना कर टोक्यो के लिए क्वालिफ़ाई किया है मेरे परिवार का सहयोग ओर कोच सुनील तंवर ओर फिटनेश ट्रेनर लक्ष्य बत्रा की मेहनत से ये सब कर पाया हूं।
ट्विटर पर नीरज चोपड़ा जैवलिन थ्रो में भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर आए हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर कई यूजर्स कह रहे हैं कि हमें नीरज की सफलता के बीच देवेंद्र की सफलता नहीं भूलनी चाहिए।