Hathras Case: चंद्रशेखर आज़ाद समेत Bhim Army के 400 कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज

अवनीश कुमार
सोमवार, 5 अक्टूबर 2020 (15:17 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के हाथरस में गुड़िया (काल्पनिक) के परिवार वालों से विपक्ष राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का मिलने-जुलने दौर जारी है जिसके चलते रविवार को कार्यकर्ताओं के भारी भीड़ के साथ भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर (रावण) भी हाथरस के बुलगढ़ी पहुंचकर पीड़िता के परिवार वालों से मुलाकात की थी और इस दौरान चंद्रशेखर (रावण) पीड़ित परिवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि यह परिवार यहां सुरक्षित नहीं है, मैं इन्हें अपने साथ घर ले जाऊंगा।
ALSO READ: 100 समर्थकों के साथ हाथरस जाना चाहते थे उदित राज, पुलिस ने दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर रोका
चंद्रशेखर ने कहा था कि इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से करवाई जाए। इस दौरान गांव का माहौल बिगड़ने लगा था और वहीं कुछ ग्रामीण चंद्रशेखर (रावण) का विरोध भी कर रहे थे। इसके चलते मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया था।

लेकिन आज सोमवार को जिला प्रशासन ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर (रावण) और उनके 500 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर के साथ 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन तथा महामारी रोग अधिनियम में केस दर्ज कराया गया है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: मन की बात में मोदी बोले, युवा कई समस्याओं का समाधान निकालने जुटे

संभल में मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान बवाल, भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

हिमाचल में बर्फबारी, मध्यप्रदेश और राजस्थान में बढ़ी ठंड

पुलिस कांस्टेबल हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर

जीत के जश्न के दौरान बड़ा हादसा, गुलाल से लगी आग, MLA शिवाजी पाटिल झुलसे

अगला लेख