लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को गन्ना किसानों के मसले पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राज्य सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि 4 साल में गन्ना मूल्य में 1 रुपए भी न बढ़ाने वाली भाजपा सरकार के 4 दिन ही बचे हैं। सपा मुख्यालय से जारी बयान में यादव ने कहा कि किसान महंगाई और अपनी फसल का उचित दाम न मिलने से दोहरी मार झेल रहा है और भाजपा इस मामले में पूर्णतया संवेदनशून्य है।
यादव ने कहा कि किसान को उम्मीद थी कि उसको भाजपा नेताओं के वादों के अनुसार फसल की लागत का डयोढ़ा (डेढ़ गुना) मूल्य मिल जाएगा और उसकी आय दोगुनी भी हो जाएगी। उसने (किसान) भी सपना देखा था कि अब वह भी खुशहाल जिंदगी जिएगा लेकिन धोखेबाजी की सरकार के मुखिया अधूरे वादों के साथ जनता के बीच असत्य बयानबाजी में व्यस्त हैं।
4 साल में गन्ने के दाम में 1 रुपया भी न बढ़ाने वाली भाजपा सरकार के 4 दिन ही बचे हैं और किसान धोखे का जवाब अपने वोट से देंगे। चालू सीजन में भी गन्ने की सामान्य, अगैती व अस्वीकृत प्रजाति का मूल्य क्रमश: 315, 325 और 310 रुपए प्रति क्विंटल ही रहेगा।
यादव ने दावा किया कि इस समय चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का प्रतिदिन 2 करोड़ रुपए का बकाया हो रहा है। 14 दिन के बाद किसान की अवशेष राशि बकाया श्रेणी में आ जाती है। अब तक प्रदेश में गन्ना किसानों का लगभग 10,174 करोड़ रुपए का बकाया हो चुका है। गन्ना किसानों के भुगतान के मसले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले भी भाजपा सरकार पर आरोप लगाए थे।
अभी पिछले दिनों बातचीत में उत्तरप्रदेश सरकार के गन्ना विकास और चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने अखिलेश यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा था कि मैं अखिलेश यादव से केवल इतना कहना चाहूंगा कि सपा के 5 वर्षों के कार्यकाल में 95 हजार 200 करोड़ रुपए का गन्ना किसानों का भुगतान हुआ और योगी सरकार 4 वर्ष से कम समय में ही 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपए का भुगतान कर चुकी है। (भाषा)