Ballia E- rikshaw Viral News : अपनी सवा साल की बेटी को सीने से लपेटकर रोजी-रोटी के लिए ई-रिक्शा चला रहा बलिया (ballia news) का कमलेश इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने कमलेश को हर संभव मदद और सरकारी योजनाओं का लाभ देने का भरोसा दिया है। जन प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी उसकी मदद के लिए आगे आए हैं।
बलिया के चिरंजी छपरा गांव के 40 वर्षीय कमलेश वर्मा द्वारा अपनी दूधमुंही बच्ची को सीने से बांध ई-रिक्शा चलाने की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। स्थानीय मीडिया ने भी हाल में कमलेश की कहानी दुनिया के सामने लाई।
कमलेश की मां का पिछले मार्च में आंख का ऑपरेशन हुआ है। उसकी उसकी पत्नी की 6 माह पहले ट्रेन से गिरकर मौत हो गई, ऐसे में परिवार में बच्ची की देखभाल करने वाला कोई और नहीं है, इसलिए परिवार के भरण-पोषण के लिए वह अपनी बच्ची को फरवरी से सीने से बांध कर ई-रिक्शा चला रहा है।
कमलेश ने बताया कि वह प्रतिदिन सुबह छह बजे ई-रिक्शा लेकर निकल पड़ता है तथा बच्ची के लिए दूध अपने साथ रखता है। उसका कहना है कि मैं अपनी बच्ची के लिए मां और पिता दोनों हूं। बच्ची कभी-कभार रोने लगती है तो उसे शांत करने में अब मुझे दिक्कत नहीं होती।
जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि प्रशासन की तरफ से कमलेश की हर संभव मदद की जायेगी। मैं सुनिश्चित करूंगा कि कमलेश को पेंशन एवं राशन कार्ड मिल जाय तथा सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले। मैं स्वयं कमलेश से बात करूंगा और बच्ची की अच्छी परवरिश और परिवार की मदद सुनिश्चित करने का प्रयास करूंगा।
क्षेत्रीय विधायक जय प्रकाश अंचल ने कहा कि कमलेश की बच्ची के साथ ई-रिक्शा चलाने की तस्वीर और वीडियो से हृदय द्रवित हो जाता है। उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर से कमलेश को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएंगे और हर संभव मदद करेंगे।
क्षेत्रीय सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के निजी सचिव अमन सिंह ने बताया कि उनका प्रयास होगा कि कमलेश को आवास मिले। अकमलेश किराए पर ई-रिक्शा चलाता है। मेरी कोशिश होगी कि कमलेश बैंक से लोन मिले ताकि वह स्वयं ई-रिक्शा खरीद ले। इससे वह आत्मनिर्भर होगा।
सामाजिक संगठन से जुड़े मनीष सिंह ने बताया कि वह कमलेश की मदद के लिए समाज के चेतनशील लोगों से चंदा एकत्र करेंगे। (भाषा)