UP : बरेली में शादी का झांसा देकर प्रभात उपाध्याय को बना रहे थे 'हामिद', मां ने पुलिस संग पहुंच रुकवाया खतना, पढ़िए क्या है पूरी कहानी

हिमा अग्रवाल
बुधवार, 27 अगस्त 2025 (21:53 IST)
उत्तरप्रदेश के बरेली जिले से एक स्तब्ध करने वाली खबर सामने आई है। यहां के फैजनगर स्थित एक मदरसे में जब बीकॉम (स्कालर) का छात्र प्रभात उपाध्याय खतना के लिए तैयार किया जा रहा था, तभी उसकी मां ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने खतना रोककर प्रभात को उसे बचा लिया। इस तरह की घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था, बल्कि समाज और संस्कृति के लिए भी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। 
 
प्रभात कुमार दिव्यांग दृष्टि बाधित छात्र है और अलीगढ़ का रहने वाला है, उसे गैर समुदाय के लोगों ने शादी का वादा करते हुए एक सोची-समझी साजिश के तहत उसे बहला-फुसलाकर शादी का सपना दिखाया गया और उसके लिए एक ऐसे रास्ते पर धकेला जा रहा था, जहां उसकी पहचान, आस्था और स्वतंत्र सोच को दबाकर ‘हामिद’ बना दिया जाता।
 
 प्रभात की मां अखिलेश कुमारी ने भुता पुलिस से शिकायत की थी, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मदरसे से प्रभात को सकुशल मुक्त कराया। बताया गया कि युवक को शादी का लालच देकर बहकाया गया था और मदरसे में ले जाकर उसका ब्रेनवॉश किया जा रहा था। युवक को शादी का लालच देकर बहकाया गया था और मदरसे में ले जाकर उसका ब्रेनवॉश किया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक मदरसे में जब वह पहुंचे तो खतना का विधान शुरू होने वाला था, बाद प्रभात का नाम बदलकर हामिद होने वाला था। यह केवल नाम बदलने की बात नहीं है बल्कि एक संपूर्ण सांस्कृतिक हस्तांतरण का प्रयास था।
 
 पुलिस छापेमारी के दौरान पुलिस ने मदरसा संचालक अब्दुल मजीद समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी फरार है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह गिरोह पहले भी धर्मांतरण की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। लेकिन प्रश्न यह है कि क्या केवल गिरफ्तारी से समाधान होगा?
 
 यह अकेला मामला नहीं है जब किसी हिन्दू का धर्मांतरण करवाया गया हो, जांच में पता चला कि इस गिरोह ने पहले भी बरेली के सुभाषनगर निवासी ब्रजपाल साहू और उसके पूरे परिवार को नए नाम और नई धार्मिक पहचान देकर निकाह कराया था। क्या यह सहमति से हुआ या बहकावे में? हालांकि ब्रजपाल का धर्मांतरण 15 साल पहले हुआ है, उस समय उसकी उम्र महज 15 वर्ष थी। ब्रजपाल का नाम बदलकर अब्दुल रख दिया गया था। 
 
हिन्दू से मुस्लिम बने युवक के मां और अन्य लोगों ने भी धर्मांतरण कर लिया था, मां उषा से अमीना और बहन राजकुमारी से आयशा बनी, उसके बाद गांव छोड़ दिया। ब्रजपाल की रिश्ते की भाभी शिवरी ने बताया कि जब वह 15 साल का था तो मुस्लिम लड़कों के साथ पढ़नेजाता था, उन्हीं लोगों ने उसको अपने धर्म की अच्छाई बताई और मुस्लिम बना दिया। धर्मांतरण के बाद वो फिर वो पूना चला गया। वापस आने पर जब उससे पूछा क्या किया तो उसने कहा कि मैं धर्म बदल रहा हूं। वहीं इसको बोला गया हिन्दू धर्म में कुछ नहीं है मुस्लिम धर्म में सब कुछ है, मुस्लिम धर्म में बहुत लाभ मिलेगा। अगर यह वास्तव में बहकावे में हुआ, तो क्या यह केवल अपराध नहीं, बल्कि हमारी सामाजिक संरचना पर हमला नहीं है? 
 
फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और फरार एक आरोपी की तलाश जारी है। मामला धर्मांतरण से जुड़ा होने के चलते एटीएस और इंटेलिजेंस विभाग भी अलर्ट पर हैं। Edited by : Sudhir Sharma

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