Conspiracy to kill doctor and family by giving them bacteria: देश की राजधानी दिल्ली से महज 40 किलोमीटर दूर बागपत (Baghpat) जिले से अचंभित करने वाला मामला सामने आया है। यहां जिला अस्पताल में तैनात डिप्टी सीएमओ (Deputy CMO) और उनके परिवार को बैक्टीरिया (bacteria) देकर मारने की तैयारी की जा रही थी। इस साजिश में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं बल्कि जिला चिकित्सालय बागपत के 2 संविदा कर्मचारी हैं जिनमें से एक लैब टेक्निशियन (lab technician) भी है।
ALSO READ: चेन्नई एयर शो में भगदड़, 5 की मौत, 200 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती
मामला सामने आने के बाद जिला अस्पताल बागपत में हड़कंप मच गया है। इस प्रकरण में एक ऑडियो भी सामने आया है। पुलिस ने शिकायत और ऑडियो के आधार पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच शुरू कर दी है। जिला अस्पताल बागपत में डिप्टी सीएमओ डॉ. यशवीर सिंह क्षय विभाग के नोडल अधिकारी हैं और वे अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ सरकारी आवास में रहते हैं।
उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी का आरोप है कि अस्पताल के जिला कार्यालय में टीबी और एचआईवी को-ऑर्डिनेटर जब्बार खान और लैब टेक्निशियन मुशीर अहमद संविदा पर कार्यरत हैं। इन दोनों संविदा कर्मचारियों ने उनके सफाईकर्मी टिंकू पर दबाव बनाया कि वह टीबीग्रस्त मरीजों के बलगम का सैम्पल और खतरनाक रासायनिक पदार्थ डॉक्टर यशवीर के भोजन में मिला दे।
यह बात सुनकर सफाई कर्मचारी परेशान था और उसने यह बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बता दी और एक ऑडियो क्लिप भी दिया। डॉ. यशवीर ने अपने उच्चाधिकारियों और सहयोगियों को जानकारी देते हुए पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
डॉ. यशवीर मामला सामने आने के बाद से बेहद परेशान हैं। उनका कहना है कि जब्बार और मुशीर से कभी कोई झगड़ा और कहासुनी भी नहीं हुई है, फिर उन्होंने ऐसी खतरनाक साजिश मेरे खिलाफ क्यों रची है? वही वे चिंतित हैं कि पिछले कुछ दिनों से उनका वजन घट रहा है। कहीं कोई केमिकल उनको दिया गया हो जिसके चलते उनका वजन घट रहा है।
डॉ. यशवीर अब अपने पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण की बात भी कह रहे हैं, वहीं टीबी के विशेषज्ञों का कहना है कि टीबी का बलगम या बैक्टीरिया पेय पदार्थ या भोजन से पेट में पहुंचता है तो गैस्ट्रिक जूस उसे निष्प्रभावी बना देता है।
इस मामले के सामने आने के बाद अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों में रोष है जिसके चलते कुष्ठ रोग पर्यवेक्षक अजय शर्मा के नेतृत्व में डॉक्टरों के पैनल ने बागपत कोतवाली में पहुंचकर विरोध दर्ज कराया है और साथ ही लैब टेक्निशियन और उसके साथी के खिलाफ कठोर कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की है।
इस घटना के सामने आते ही हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब्बार खान और मुशीर अहमद जैविक जिहाद फैला रहे हैं। इस समाज के लोग पहले से ही लव जिहाद और लैंड जिहाद चला रहे हैं लेकिन अब इन्होंने जैविक जिहाद फैलाना भी शुरू कर दिया है।
Edited by: Ravindra Gupta