भारत माता की जयकारों के बीच स्थापित हुई दिव्य विजय ज्योति मशाल

हिमा अग्रवाल
गुरुवार, 17 दिसंबर 2020 (19:32 IST)
मेरठ। 1971 भारत और पाकिस्तान युद्ध में विजयी भारत की विजय पताका गुरुवार को मेरठ के चार्जिंग रैम डिवीजन में पहुंची। इस दिव्य ज्योति मशाल को दिल्ली राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने रवाना किया है। ये विजय मशाल देश के चार कोनों के लिए रवाना हुई है। 
 
उत्तर भारत के लिए दिल्ली से गाजियाबाद, मोदीनगर होते हुए में दिव्य विजय मशाल मेरठ आई तो जवानों के सीने गर्व से फूल गए। 1971 युद्ध के गवाह बने सेना अधिकारियों ने बताया कि 93 हजार पाक सैनिकों ने भारत के आगे कैसे घुटने टेक दिए थे। 
 
क्रांति की धरा मेरठ में इस विजय मशाल को स्वागत करने के लिए भगत लाइन में लाया गया, तो चारों तरफ से तालियों की गूंज सुनाई देने लगी। 
 
1971 युद्ध के 49 साल पूरे होने पर ये मशाल यात्रा गांव और शहर में घूमेगी। मेरठ में घूमने के बाद मशाल उत्तराखंड के लिए रवाना होगी। आगामी 1 वर्ष यानी 16 दिसंबर 2021 तक सेना द्वारा विजय वर्ष मनाते हुए साल भर रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होंगे। 
 
मेरठ की भगत लाइन में मेजर जनरल एसके विद्यार्थी (जीओसी 22 इन्फेंट्री डिवीजन) और मेरठ सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मशाल को सलामी दी। इस अवसर पर युद्ध में शहीद हुए 5 फौजियों की पत्नियों को सम्मानित भी किया गया। भारत माता के जयकारों के साथ घोड़ों की अगुवाई में विजय जवान ज्योति भगत लाइन में की गई। 
 
स्कूली छात्रों के जोश भरे नारों ने मैदान में बैठे आगंतुकों में देशभक्ति का जज्बा पैदा कर दिया। भगत लाइन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने अदम्य साहस और शौर्य की प्रतीक दिव्य विजय ज्योति को सलामी देते हुए शहीदों को नमन किया।

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