Kanpur Blast Update : कानपुर में मेस्टन रोड स्थित मिश्री बाजार में बुधवार शाम हुए भीषण धमाके की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इलाके की तंग गलियों में बने घरों और गोदामों में अवैध पटाखों का बड़े पैमाने पर भंडारण किया जा रहा था। स्कूटी में रखे इन्हीं पटाखों से निकली चिंगारी ने विस्फोट का रूप ले लिया, जिससे आसपास की इमारतें हिल गईं और कई दुकानों के शीशे टूट गए। धमाके में आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें से पांच को लखनऊ के केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है। वहीं हादसे के बाद के दो सीसीटीवी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें एक सीसीटीवी में स्कूटी से धमाका और दूसरे सीसीटीवी में विस्फोट के बाद एक महिला झुलसी अवस्था में हाथ जोड़कर दुकानदारों से मदद मांगती नजर आई है।
कैसे हुआ हादसा? प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम करीब 7:30 बजे मरकज वाली मस्जिद से करीब 100 मीटर की दूरी पर खड़ी दो स्कूटी अचानक फट पड़ीं। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए और आग के गोले ने पास के दुकानदारों व राहगीरों को अपनी चपेट में ले लिया। जांच में एक स्कूटी चोरी की पाई गई, जो बीते वर्ष बृजेन्द्र रस्तोगी के नाम से दर्ज थी। माना जा रहा है कि इसी स्कूटी से हादसा शुरू हुआ।
6 लोग हिरासत में : कानपुर के मखानिया बाजार में तेज धमाके का एक सीसीटीवी सामने आया है। इस सीसीटीवी में साफ दिखाई दे रहा कि हादसा अवैध पटाखों का भंडारण और उनकी बिक्री के चलते हुआ है। एटीएस की टीम की सघन जांच में विस्फोट का सीसीटीवी भी सामने आया है कि विस्फोट की वजह एक स्कूटी थी। पुलिस और एसटीएफ ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाकर भारी मात्रा में अवैध पटाखा बरामद किया और क्षेत्र से 6 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा : घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि प्रारंभ में कुछ लोगों ने जांच को भटकाने की कोशिश की, लेकिन फॉरेंसिक टीम को स्पष्ट सबूत मिले हैं कि क्षेत्र में लंबे समय से अवैध पटाखों का कारोबार चल रहा था। जॉइंट कमिश्नर आशुतोष कुमार ने बताया कि विस्फोट बैटरी या विस्फोटक पदार्थ से जुड़ा है। पुलिस ने इलाके में घर-घर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। देर रात तक बम स्क्वॉड और खुफिया टीमें मौके पर डटी रहीं और कई घरों व दुकानों के ताले तोड़कर तलाशी ली गई। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बिना लाइसेंस के बिक रहें थे पटाखें : कानपुर का मेस्टन रोड मिश्रित आबादी वाला है, यहां मरकस मस्जिद के निकट बाजार है। इस बाजार के अंदर अवैध पटाखों का कारोबार जोर-शोर से फल फूल रहा था। पुलिस के आलाधिकारियों के मुताबिक यहां अवैध तरीकें से पटाखों को भंडारण किया गया था। अभी तक की जांच में इस व्यापार में संलिप्त लोगों के पास कोई लाइसेंस नही मिला है। पुलिस ने सख्त रूख अपनाते हुए कहा हझ कि पटाखों का भंडारण जिनके संरक्षण में चल रहा था, उनके खिलाफ एक्शन जरूर होगा चाहे वह कोई भी हो।
घायलों की स्थिति : धमाके में झुलसे 8 लोगों में सहाना (70), अब्दुल (60), रियादीन (70), और अश्वनी कुमार (50) की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी 50% से अधिक झुलसे हैं। अन्य घायलों में रईसुद्दीन, मुरसलीन, जुबिन और सुहाना शामिल हैं। सुहाना का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें वह मदद के लिए सड़क पर तड़पती नजर आ रही है। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को तत्काल उर्सला अस्पताल पहुंचाया गया।
दुकानदारों की आपबीती : स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि धमाका इतना भीषण था कि कई दुकानों की दीवारें और फॉल्स सीलिंग गिर गईं। खिलौना व्यापारी अब्दुल हमीद ने कहा, धमाके के बाद चारों तरफ आग के गोले उड़ते दिखे, कई लोग जलते हुए भाग रहे थे। कैफे संचालक शाहबाज अख्तर ने बताया कि आसपास की कई दुकानों की हालत अब भी खराब है।
पुलिस की अपील : पुलिस ने पूरे क्षेत्र को सील कर दिया है और लोगों से अफवाहें न फैलाने की अपील की है। कमिश्नर रघुवीर लाल ने कहा कि अवैध पटाखों का कारोबार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे धमाके के सटीक कारणों की पुष्टि होगी।
edited by : Nrapendra Gupta