Maha Kumbh Mela: महाकुम्भ मेले में जन केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रशिक्षण ले रही यूपी पुलिस

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 23 अक्टूबर 2024 (16:29 IST)
Maha Kumbh Mela : आगामी महाकुम्भ मेले (Maha Kumbh Mela) को सफल बनाने के लिए उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है। मुख्यमंत्री की दृष्टि के अनुरूप पुलिस अपने कर्मचारियों को जन केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रशिक्षित कर रही है।
 
इसी दिशा में पुलिस ने यहां परेड ग्राउंड में स्थित संकल्प ट्रेनिंग पंडाल में एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है जिसमें 'सुरक्षा आपकी, संकल्प हमारा' ध्येयवाक्य के साथ अधिकारियों को करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ ही उनसे मित्रवत व्यवहार करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।ALSO READ: प्रयागराज महाकुंभ मेले में शराबी व मांसाहारी पुलिस वाले ड्यूटी से रहेंगे बाहर
 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी-कुम्भ मेला) राजेश द्विवेदी ने बताया कि 16 अक्टूबर से प्रारंभ यह प्रशिक्षण शिविर दिसंबर तक चलेगा जिसमें 21 दिनों में दो बैच में अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा इस बात पर जोर है कि पुलिसकर्मियों का व्यवहार इतना अच्छा हो कि लोग महाकुम्भ को हमेशा याद रखें।ALSO READ: Prayagraj Mahakumbh : जोरशोर से शुरू हुई कुंभ मेले की तैयारी, रेलवे चलाएगा विशेष मेमू ट्रेन
 
विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है और मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर अनुमानित 10 करोड़ लोग संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसलिए पुलिस पर इतनी भारी भीड़ की सुरक्षा का अहम जिम्मा है।ALSO READ: Maha Kumbh : प्रयागराज में अभेद्य होगी महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था, योगी सरकार ने बनाया यह बड़ा प्लान
 
 
द्विवेदी ने बताया कि कौशल प्रशिक्षण के तहत पुलिसकर्मियों को यह सिखाया जा रहा है कि वे पार्किंग, परिवहन, मार्गों और व्यवस्थाओं के बारे में श्रद्धालुओं की किस प्रकार से मदद करेंगे। उनका कहना था कि साथ ही साधु-संन्यासियों के साथ कैसे विनम्रता से पेश आना है, इसका भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।ALSO READ: Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में जल्द डिजिटल कुंभ संग्रहालय बनाएगी योगी सरकार, श्रद्धालु देख सकेंगे समुद्र मंथन
 
एसएसपी ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर में पुलिसकर्मियों को भाषिनी ऐप जैसे एआई टूल्स के बारे में भी जानकारी दी जा रही है जिससे वे विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं के साथ उनकी भाषा में बातचीत कर सकें। उनके मुताबिक इसके साथ ही 'चैटबॉट' के बारे में भी उन्हें जानकारी दी जा रही है ताकि इस मेले में श्रद्धालुओं की हर संभव मदद की जा सके।
 
द्विवेदी ने कहा कि जल सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए जल पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे वे स्नान के दौरान लोगों को डूबने से बचा सकें। उनके अनुसार ए कर्मचारी नावों के सुरक्षित संचालन और सुरक्षा मानकों को देखेंगे, जबकि यातायात पुलिस श्रद्धालुओं का सुगम आवागमन सुनिश्चित करेंगे।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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