परीक्षा में सफलता और करियर में प्रगति के लिए वसंत पंचमी के दिन बोले यह सरस्वती मंत्र

Webdunia
इस वर्ष 5 फरवरी 2022, शनिवार को वसंत पंचमी (vasant panchami 2022) है। यह दिन देवी सरस्वती की आराधना के लिए बहुत ही महत्व रखता है। इस दिन परीक्षा में सफलता और करियर में प्रगति की चाहत रखने वालों के लिए वसंत पंचमी के दिन विद्यार्थियों और युवाओं को इस मंत्र (saraswati mantra) की 5 माला का जाप करने से मां सरस्वती साक्षात प्रसन्न हो जाती हैं और साधक को धन, ज्ञान तथा विद्या का लाभ प्राप्त होना शुरू हो जाता है। 
 
वसंत पंचमी मां सरस्वती को प्रसन्न करने का दिन है। वीणावादिनी मां सरस्वती (शारदा) का स्वरूप जितना सौम्य है, उतने ही उनके लिए जपे जाने वाले मंत्र दिव्य हैं। इस दिन निम्न मंत्रों को पूर्ण श्रद्धापूर्वक पढ़ने से बल, विद्या, बुद्धि, तेज और ज्ञान की प्राप्ति होती है। परीक्षा के निरंतर अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को ध्यान करने के लिए त्राटक अवश्य करना चाहिए। 10 मिनट रोज त्राटक करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। एक बार अध्ययन करने से यह मंत्र कंठस्थ हो जाता है। 
 
पढ़ें मंत्र- (Chant)
 
- सरस्वती गायत्री मंत्र : 'ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्‌।'
 
- शारदायै नमस्तुभ्यं मम ह्रदये प्रवेशिनी, परीक्षायां उत्तीर्णं, सर्व विषय नाम यथा।


- 'ॐ शारदा माता ईश्वरी मैं नित सुमरि तोय हाथ जोड़ अरजी करूं विद्या वर दे मोय।'
 
- ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः।
 
- 'ऎं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां। सर्व विद्यां देही दापय-दापय स्वाहा।'
 
- 'सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नम:।
वेद वेदान्त वेदांग विद्यास्थानेभ्य एव च।।
सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने।
विद्यारूपे विशालाक्षी विद्यां देहि नमोस्तुते।।'
 
- नमस्ते शारदे देवी, काश्मी‍रपुर वासिनीं, त्वामहं प्रार्थये नित्यं, विद्या दानं च देहि में,
कंबुकंठी सुताम्रोष्ठी सर्वाभरणं भूषितां महासरस्वती देवी, जिह्वाग्रे सन्निविश्यताम्।।

ALSO READ: वसंत पंचमी पर्व पर जानिए मां सरस्वती के अवतरण की पौराणिक कथाएं

 
Saraswati Worship

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

शनि मंगल का षडाष्टक योग और खप्पर योग कब तक रहेगा, 4 राशियों को रहना होगा सतर्क

गर्मी में करें ये धार्मिक उपाय, मिलेगी तपती धूप में सकारात्मक ऊर्जा और शांति

राहु के कुंभ राशि में गोचर से देश और दुनिया में होंगे ये 5 बड़े बदलाव

बलूचिस्तान कब तक होगा पाकिस्तान से अलग, जानिए ज्योतिष विश्लेषण

अचला या अपरा एकादशी का व्रत रखने से क्या होता है?

सभी देखें

धर्म संसार

18 मई 2025 : आपका जन्मदिन

18 मई 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त

कब से प्रारंभ हो रही है पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा, क्या रहेगा इस बार खास?

Vastu Tips: कामयाबी की ओर बढ़ते कदम: कार्यस्थल पर तरक्की पाने के 10 उपाय

अचला एकादशी व्रत से मिलते हैं ये 8 अद्भुत लाभ

अगला लेख