वसंत पंचमी 2020 : वसंत पर्व पूजन की 12 बातें बहुत काम की हैं

Webdunia
1. वसंत पंचमी के दिन सुबह जल्दी उठाकर स्नान करने के बाद पीले या सफेद रंग के वस्त्र धारण करें। 
 
2. इसके बाद एक साफ चौकी लेकर उस गंगाजल छिड़क कर सफेद रंग का वस्त्र बिछाकर उस पर मां सरस्वती की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। 
 
3. वसंत पंचमी की पूजा सूर्योदय के ढाई घंटे या सूर्योस्त के ढाई घंटे बाद ही की जाती है। इसके बाद एक चौकी पर मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें। 
 
4. मां सरस्वती को सफेद या फिर पीले फूल और सफेद चंदन अर्पित करें और इसके बाद मां सरस्वती का श्रृंगार करें। 
 
5. मां का श्रृंगार करने के बाद ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः मंत्र का जाप करें। 
 
6. इसके बाद मां सरस्वती के चरणों में गुलाल तथा लाल व श्वेत गुलाब अर्पित करें। 
 
7. गुलाल अर्पित करने के बाद मां सरस्वती की विधिवत पूजा करें।  
 
8. मां सरस्वती का पूजन करने के बाद पुस्तकों और वाद्य यंत्रों की भी अवश्य पूजा करें। 
 
9. इसके बाद वसंत पंचमी की कथा सुनें या पढ़ें। 
 
10. कथा सुनने के बाद मां सरस्वती की आरती उतारें और उन्हें दही, हलवा, केसर मिली हुई मिश्री के प्रसाद का भोग लगाएं। 
 
11. अंत में मां सस्वती की धूप व दीप से आरती उतारें और पूजा में हुई किसी भी भूल के लिए क्षमा मांगें। 
 
12. कुछ जगहों पर वसंत पंचमी के दिन मां की मूर्ति विर्सजन करने की भी परंपरा है। यदि आप भी ऐसा करते हैं तो मां सरस्वती की मूर्ति के साथ उनका सारा समान भी प्रवाहित करें।

ALSO READ: संक्रांति या माता-पिता के नक्षत्र में हुआ है जन्म तो करें ये उपाय

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

सावन मास के सोमवार को शिवलिंग के रुद्राभिषेक से मिलते हैं ये 5 लाभ

कुंभ राशि में लगेगा चंद्र ग्रहण, युद्ध का बजेगा बिगुल, समुद्र में उठेगा तूफान, धरती पर आएगा भूकंप

दूसरे सोमवार के दिन कामिका एकादशी का संयोग, व्रत का मिलेगा दोगुना फल, इस तरह से करें उपवास

सावन में इस रंग के कपड़े पहनने की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

आर्थिक तंगी से निजात पाने के लिए सावन में जरूर करें शिव जी का ये उपाय

सभी देखें

धर्म संसार

20 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

20 जुलाई 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त

मनोकामना पूरी होने पर कितनी बार करनी चाहिए कावड़ यात्रा?

सावन सोमवार के दिन करें ये 3 ज्योतिषीय उपाय: महादेव करेंगे हर कामना पूरी

सावन के दूसरे सोमवार के दिन हरिहर संयोग और दुर्लभ योग, तुरंत करें ये 3 उपाय

अगला लेख