घर की किस दीवार का रंग कैसा रखें, जानिए

अनिरुद्ध जोशी
शुक्रवार, 3 अप्रैल 2020 (13:47 IST)
रंगों का हमारे जीवन में बहुत बहुत असर होता है। वास्तु के अनुसार ही घर की दीवारों रंग होना चाहिए। यदि आप इसका ध्यान रखते हैं तो आने वाली बहुत-सी परेशानियों से बच जाएंगे। आओ जानते हैं कि किस दिशा की दीवार का कौनसा रंग होना चाहिए।
 
 
1. पूर्व की दीवार : पूर्व की दीवार पर सफेद या हल्का नीला रंग कर सकते हैं।
 
 
2.आग्नेय की दीवार : दक्षिण-पूर्व के बीच आग्नेय कोण होता है। यदि कोई दीवार आग्नेय में है या नहीं है तो भी इस स्थान की साज-सज्जा में नारंगी, पीले या सफेद रंग का प्रयोग उचित होता है।
 
 
3. दक्षिण की दीवार : दक्षिण भाग में नारंगी रंग का प्रयोग करना चाहिए।
 
 
6. नैऋत्य की दीवार : दक्षिण-पश्चिम की दीवार या कक्ष को नैऋत्य कोण कहा जाता है। इसमें भूरे, ऑफ व्हाइट या भूरा या हरा रंग प्रयोग करना चाहिए।
 
 
7. पश्‍चिम की दीवार : पश्चिम की दीवार या कक्ष के लिए नीले रंग की सलाह दी जाती है। आप नीले रंग के साथ बहुत कम मात्रा में सफेद रंग का उपयोग भी कर सकते हैं।
 
 
8. वायव्य की दीवार : पश्‍चिम-उत्तर की दीवार को वायव्य कोण कहते हैं। वायव्य दिशा में बने ड्राइंग रूम में हलका स्लेटी, सफेद या क्रीम रंग का प्रयोग भी किया जा सकता है।
 
 
9. उत्तर की दीवार : वास्तु के अनुसार इसकी साज-सजा में हल्के हरे रंग या पिस्ता हरे रंग का प्रयोग किया जाना चाहिए। हालांकि आप आसमानी रंग का प्रयोग भी कर सकते हैं।
 
 
10. ईशान की दीवार : उत्तर-पूर्व को ईशान कोण कहते हैं। इस दिशा में आकाश ज्यादा खुला होता है। इस दिशा की दीवार का रंग आसमानी, सफेद या हल्के बैंगनी रंग का होना चाहिए। हालांकि इसमें पीले रंग का प्रयोग इसलिए करना चाहिए, क्योंकि यह देवी और देवताओं का स्थान होता है।
 
 
पुनश्च:- उत्तर- हरा, ईशान- पीला, पूर्व- सफेद, आग्नेय- नारंगी या सिल्वर, दक्षिण- नारंगी, गुलाबी या लाल, नैऋत्य- भूरा या हरा, पश्‍चिम- नीला, वायव्य- स्लेटी या सफेद।
 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Mahabharat Mosul War : मौसुल के युद्ध में बच गए यदुवंशियों ने पश्चिम के देशों में जाकर क्या किया?

History of Lord Vishnu: भगवान विष्णु का इतिहास जानें

पूजा किस प्रकार से की जाती है, जानिए पूजन की विधि

Mata Vaishno Devi: वैष्णो देवी मंदिर में जाने के लिए कैसे होता है रजिस्ट्रेशन, कितने दिन पहले लेना होता है टोकन

Hanuman chalisa: यदि इस तरह से पढ़ते हैं हनुमान चालीसा तो इसका नहीं मिलेगा लाभ

Shash malavya yog : 30 साल बाद शनि-शुक्र के कारण एक साथ शश और मालव्य राजयोग बना, 5 राशियों की खुल जाएगी लॉटरी

बिना तोड़फोड़ कैसे लें वास्‍तु उपायों का लाभ, जानें खास टिप्स

Kurma jayanti 2024: भगवान कूर्म की जयंती पर जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Rahu Gochar : 2025 तक राहु से रहना होगा इन राशियों को सतर्क

Aaj Ka Rashifal: किन राशियों के लिए खुशियों भरा रहेगा आज का दिन, पढ़ें 23 मई का राशिफल

अगला लेख